शामली: हत्या के एक राज को सुलझाने में जुटी शामली पुलिस द्वारा दोहरे हत्याकांड की वारदात से पर्दा उठाया गया है. पुलिस के मुताबिक जिस युवक का शव जंगलों से बरामद हुआ था, उसके द्वारा अपने पिता की हत्या की गई थी. पिता की हत्या के बाद बगैर कानूनी कार्रवाई के शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया था. इसके बाद दूसरे बेटे ने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए साथियों के साथ मिलकर अपने भाई को ही मौत के घाट उतार दिया.
क्या है पूरा मामला
10 जनवरी को शामली जिले के गढ़ीपुख्ता थाना क्षेत्र के गांव भाटू के जंगलों से झिंझाना थाना क्षेत्र के गांव पिंडौरा जहांगीरपुर निवासी संजय नाम के युवक का शव बरामद हुआ था. युवक की हत्या की गई थी. पुलिस शराब बरामद होने के बाद हत्या की गुत्थी को सुलझाने की कोशिशों में जुट गई थी. एसपी ने वारदात के खुलासे के लिए कई टीमें लगाई गई थी, जिसके बाद सुरागों का पीछा करते हुए आगे बढ़ रही पुलिस द्वारा सिर्फ एक नहीx बल्कि दो हत्याओं से पर्दा उठाया गया. दरअसल, पुलिस द्वारा ब्लाइंड मर्डर की इस वारदात की गुत्थी को सुलझाने के लिए मृतक संजीव के परिजनों को ही हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई थी. क्योंकि परिजनों द्वारा मृतक के गायब होने की सूचना पुलिस को नहीं दी गई थी. पुलिस ने मंगलवार की देर शाम हत्याकांड का खुलासा कर दिया है.
संजीव ने किया था पिता का कत्ल
संजीव हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने में जुटी पुलिस की तफतीश जब आगे बढ़ी तो चौकाने वाला खुलासा किया. अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि झिंझाना थाना क्षेत्र के गांव पिंडौरा जहांगीरपुर निवासी संजय की छह जनवरी को अपने पिता पद्म सिंह से काम को लेकर कहासुनी हो गई थी. कहासुनी के बाद संजय ने अपने पिता के सिर पर फावड़े से हमला कर दिया था, जिसके चलते पद्म सिंह की मौत हो गई थी. पिता की हत्या के बाद संजय और परिवार के लोगों ने पुलिस को सूचना दिए बगैर ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया था, लेकिन भाई की यह हरकत छोटे बेटे बबलू की आंखों में खटक गई थी.
भाई ने साथियों के साथ मिलकर की हत्या
अपर पुलिस अधीक्षक के मुताबिक बबलू ने अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए खुद के भाई संजीव को ही मौत के घाट उतारने की ठान ली थी. इसके चलते उसने गांव के ही अपने साथी रविंद्र समेत ऊदपुर निवासी लोकेंद्र और गौसगढ़ निवासी दीपू की मदद ली. बबलू और उसके तीनों साथी संजीव को कार में घर से उठाकर गढ़ीपुख्ता क्षेत्र के गांव भाटू के जंगलों में ले आए, जहां पर तीनों ने बिजली के प्लास्टिक के तार से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. बाद में तीनों शव को छिपाकर मौके से फरार हो गए. पुलिस ने हत्या की वारदात में मृतक संजीव के भाई बबलू और उसके एक साथी रविंद्र को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि वारदात में शामिल दो अन्य आरोपी अभी फरार चल रहे हैं. गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त प्लास्टिक की डोरी, मृतक संजय के कपड़े, कार और दो मोबाइल फोन बरामद कर लिए गए हैं.