शामलीः जिले के भैंसानी इस्लामपुर गांव का एक वीडियो इन दिनों चर्चा में बना हुआ है. दरअसल, यहां पर शमशान घाट जाने के लिए रास्ता ही नहीं है. लोग शव को लेकर कीचड़ और खेत की पगडंडियों के सहारे होकर शमशान घाट तक पहुंचते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि शमशान घाट की ओर जाने वाला करीब 70 मीटर का रास्ता कागजों में गायब है. इस कारण गांव में किसी की मौत होने के बाद असली परेशानी शुरू होती है. शमशान घाट तक अंतिम संस्कार के लिए लड़की पहुंचाने के लिए हट्टे-कट्टे युवकों की तलाश शुरू हो जाती है, जो सिर पर लकड़ी को रखकर शमशान घाट तक पहुंचा सकें.
दरअसल, शामली जिले में एक वीडियो सामने आने के बाद से जिले के थानाभवन क्षेत्र का भैसानी इस्लामपुर गांव चर्चा में है. बताया जा रहा है कि शनिवार की शाम भैंसानी इस्लामपुर में एक बुजुर्ग व्यक्ति की बीमारी के चलते मौत हो गई थी. रविवार को मृतक की शवयात्रा को शमशान ले जाते लोग खेत में भरे पानी से होकर गुजरे थे. इस दौरान ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया.
ग्रामीणों ने बयां की मजबूरीः ग्रामीण कर्ण सिंह ने बताया कि गांव में शमशान की ओर जो रास्ता जाता है, उसे खेत मालिक अपना बताता है. पूर्व में अधिकारियों से शिकायत कर रास्ते की पैमाइश कराई गई, तो वहां पर शमशान की तरफ करीब 70 मीटर रास्ता ही नहीं मिला. ऐसे में रास्ता नहीं होने के कारण ग्रामीणों को शव को शमशान तक ले जाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है. शव के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी भी ग्रामीणों को सिर पर ढोनी पड़ती है. ग्रामीणों ने बताया कि कई बार शव यात्रा निकालते समय खेत की पगडंडी से होकर गुजरते समय बैलेंस बिगड़ने के कारण फजीहत भी होती है.
ADM ने लिया संज्ञानः इस मामले में सोमवार को एडीएम शामली संतोष कुमार सिंह ने बताया कि गांव में शमशान के रास्ते से जुड़ी शिकायतें पूर्व में भी संज्ञान में आ चुकी है. उन्होंने बताया कि राजस्व विभाग की टीमें लगाकर ग्राम पंचायत के जरिए समस्या का समाधान करने की कोशिश की जाएगी और यदि रास्ते पर कब्जा हुआ है, तो उसे नियमानुसार हटवाया जाएगा.
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