शामली: जिले के कैराना क्षेत्र में नियुक्त खंड शिक्षा अधिकारी राजलक्ष्मी पांडेय को यूपी सतर्कता अधिष्ठान मेरठ की टीम ने 50 हजार रूपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है. दरअसल, प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को दी जाने वाली यूनिफॉर्म के ऐवज में ठेकेदार से रिश्वत ली जा रही थी. मामले में सतर्कता अधिष्ठान की टीम द्वारा मुकदमा दर्ज कराने की प्रक्रिया चल रही है.
क्या है पूरा मामला
शासन की ओर से प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को निशुल्क यूनिफॉर्म का वितरण किया जाता है. शिकायतकर्ता सतपाल सिंह ने बताया कि उसने प्राइमरी स्कूलों में यूनिफॉर्म वितरण का ठेका ले रखा है. आरोप है कि खंड शिक्षा अधिकारी राजलक्ष्मी पांडेय ने उससे 50 हजार रूपये की रिश्वत की मांग की. ठेकेदार के मुताबिक, उसने करीब तीन हजार बच्चों को यूनिफॉर्म कपड़ा वितरित किया है. इसमें प्रत्येक बच्चे को यूनिफॉर्म से उसे 100 रूपये देने के लिए कहा गया था. इसके बावजूद भी उसने मानको के अनुरूप यूनिफॉर्म कपड़ा वितरित किया. उसे वितरित करने के बाद करीब 75 प्रतिशत भुगतान हो गया है, जबकि 25 प्रतिशत भुगतान बाकी है. रिश्वत मांगने के बाद उसने बीते सात नवंबर को यूपी सतर्कता अधिष्ठान मेरठ में शिकायत की थी. इसके बाद यूपी सतर्कता अधिष्ठान, मेरठ सेक्टर, मेरठ के पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह के पर्यवेक्षण में पहुंची सेक्टर की निरीक्षक पुष्पा गर्ग की टीम ने बुधवार को खंड शिक्षा अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया. खंड शिक्षा अधिकारी की गिरफ्तारी शामली शहर के मोहल्ला काकानगर स्थित उसके निवास स्थान से की गई है.
कई दिन से फिराक में थी टीम
शिकायतकर्ता ने बताया कि उसके द्वारा यूपी सतर्कता अधिष्ठान में शिकायत करने के बाद टीम पूर्व में भी दो बार शामली जिले में आई थी. बुधवार को सुबह टीम शामली पहुंच गई थी. इसके बाद टीम ने उसे केमिकल लगाकर रुपये दिए. जैसे ही उसने खंड शिक्षा अधिकारी को रिश्वत दी, तभी टीम मौके पर पहुंच गई और साक्ष्यों के साथ कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया.
यूपी सतर्कता अधिष्ठान मेरठ की टीम द्वारा शामली में कार्रवाई की गई है. मामले में शामली कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है.
-नित्यानंद रॉय, एसपी शामली