शाहजहांपुर: जिले में इन दिनों नेपाल के कृषि वैज्ञानिक, चीनी मिल मालिक और कृषकों का एक दल शाहजहांपुर गन्ना शोध संस्थान में भारत के कृषि वैज्ञानिकों के साथ गन्ने की नई प्रजातियों के बारे में शोध कर रहा है. गन्ने की नई प्रजाति को उगाने की विधियां वैज्ञानिक सीख रहे हैं. नेपाल के कृषकों की माने तो भारत में विकसित, नई गन्ना प्रजातियों के जरिए अब नेपाल में पैदा होने वाले गन्ने में मिठास में इजाफा होगा.
गन्ने की नई प्रजातियों के गुर सीख रहे वैज्ञानिक
नेपाल के कृषि वैज्ञानिक और किसान गन्ना शोध संस्थान में भारत के कृषि वैज्ञानिकों के साथ मिलकर गन्ने की सबसे ज्यादा मिठास देने वाली प्रजाति के उपज का तरीका सीख रहे हैं. जिले में स्थित गन्ना शोध परिषद में यहां के वैज्ञानिकों ने कई नई प्रजातियां विकसित की है. जिनसे गन्ने में मिठास के साथ साथ चीनी की रिकॉर्डतोड़ बढ़ोतरी हुई है. इससे प्रभावित होकर ऐसे ही गन्ने की नई से नई प्रजातियों के बारे में जानने और उनकी बुआई का आधुनिक तरीके सीखने के लिए नेपाल के वैज्ञानिकों, कृषकों और चीनी मिल मालिकों के साथ भारत के वैज्ञानिकों की संयुक्त वर्कशाप चल रही है.
नेपाल के चीनी मिलों में भी बढ़ेगी चीनी की रिकवरी
यहां ट्रंच विधि के जरिए नेपाली कृषि वैज्ञानिकों को गन्ने के साथ साथ दूसरी फसलों को भी उगाने की नवीनतम विधियों को साझा किया जा रहा है. गन्ना शोध संस्थान की माने तो भारत की ये टेक्नालाॅजी जब नेपाल पहुचेंगी, तो निश्चित तौर पर नेपाल की चीनी मिलों में चीनी की रिकवरी में बढ़ोतरी होगी.
भारत से हमें गन्ना उगाने की एडवान्स टेक्नालाॅजी मिली है. जिसकी नेपाल में व्यवस्था नहीं है. भारत से गन्ने की नई प्रजातियों और गन्ना उगाने की नई और एडवान्स टेक्नाॅलाॅजी को नेपाल से साझा करते रहें. जिससे की हमारा देश भी गन्ना उगाने और उसकी मिठास बढ़ाने में आगे बढ़ सके.
-हरि विष्णु मल्ल, नेपाली गन्ना किसान