शाहजहांपुर: जिले में स्वास्थ्य विभाग की कारगुजारियों के दो मामले सामने आए हैं. पहले मामले में डॉक्टर साहब समय से पहले उपस्थिति पंजिका में हाजिरी लगाने में माहिर दिख रहे हैं. वहीं दूसरे मामले में फार्मासिस्ट इंजेक्शन लगाने के नाम पर रिश्वत लेते दिख रहा है. डॉक्टर साहब की हाजिरी रजिस्टर का फोटो और फार्मासिस्ट का रिश्वत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. फिलहाल दोनों मामलों पर सीएमओ ने जांच के आदेश दिए हैं.
भावलखेड़ा ब्लाक का मामला
भावलखेड़ा ब्लाक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर डॉ. कौशल कुमार मित्रा का उपस्थिति पंजिका का एक फोटो 28 अक्टूबर को सोशल मीडिया पर अचानक वायरल होने लगा. फोटो में दिख रहा है कि डॉ. कौशल कुमार मित्रा की उपस्थिति 30 अक्टूबर तक दर्ज कर दी गई. इसका मतलब डॉक्टर साहब की हाजिरी तो लग गई, लेकिन अब मरीजों को देखना या न देखना जरूरी नहीं है. जरूरी है तो सिर्फ सैलरी पूरी मिलना. इतनी बड़ी लापरवाही सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग पर सवाल उठने लाजमी हैं.
वहीं दूसरे मामले में कलान के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात फार्मासिस्ट विमल कुमार कनौजिया बंदर के काटने पर रेबीज का इंजेक्शन लगाने के नाम पर रिश्वत लेते हुए नजर आ रहे हैं. फार्मासिस्ट की घूसखोरी का वीडियो किसी ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसपी गौतम ने बताया कि डॉक्टर साहब की हाजिरी रजिस्टर का फोटो और फार्मासिस्ट का रिश्वत का वीडियो दोनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. फिलहाल दोनों ही मामलों पर जांच के आदेश देकर टीम गठित की गई है, जो भी दोषी होगा बख्शा नहीं जाएगा.