शाहजहांपुर: जिले के खुटार रेंज में बाघ के पद चिन्ह मिलने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. सूचना के बाद डीएफओ ने पूरे जंगल की कांबिंग की है. लेकिन बाघ मिला नहीं है, जिसको लेकर डीएफओ ने ग्रामीणों के लिए अलर्ट जारी किया है. खुटार रेंज में बाघ की लोकेशन जानने के लिए कैमरे भी लगाए गए हैं.
दरअसल, शाहजहांपुर के खुटार रेंज में एक बार फिर बाघ ने दस्तक दी है. आपको बताते चलें कि जनपद शाहजहांपुर पीलीभीत लखीमपुर खीरी यह तीनों जिले एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं. इसके साथ ही यह तराई क्षेत्र के साथ-साथ पूरनपुर पीलीभीत मैलानी लखीमपुर खीरी का ज्यादातर एरिया जंगल इलाके में आता है, जहां बरसात के मौसम में बाघ गांव और खेतों की तरफ अपना रुख कर लेते हैं.
इससे पहले भी खुटार मैलानी क्षेत्र में बाघ ग्रामीणों और किसानों को अपना शिकार बना चुके हैं. वहीं खुटार रेंज के लोहंगपुर जंगल के आसपास के गांव में बाघ के पद चिन्हों को देखा गया, जहां सूचना पर पहुंचे डीएफओ आदर्श कुमार ने वनविभाग और थाना खुटार का फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे और सभी ग्रामीणों और प्रधान से जानकारी लेकर बाघ के पद चिन्हों की वीडियोग्राफी कराकर उन्हें जांच के लिए भेज दिया गया है. वहीं गांव वालों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ग्रामीणों को खेतों और जंगल के किनारे जानें के लिए मना कर दिया गया है.
शाहजहांपुर डीएफओ आदर्श कुमार ने लोहंगापुर जंगल के आसपास की एरिया की सघन जांच पड़ताल कराकर मुआयना किया. पद चिन्हों को ट्रेस के लिए टीम गठित की और कैमरे भी लगवाए गए, जिससे बाघ की सही से लोकेशन मिल सके. ग्रामीणों को सूचित किया कि हर किसान और ग्रामीणों को सतर्क रहना है और एक साथ चार पांच लोग मिलकर खेतों पर जाएं. साथ ही रात्रि के समय में बाहर न निकले और जब भी दिन में भी जाएं तो शोर करते रहें. इधर-उधर नजरों को दौड़ाकर एक-दूसरे को सचेत करते रहें. वहीं मौके पर सैकड़ों लोगों के साथ साथ वनविभाग के डीएफओ, खुटार रेंजर और थाना अध्यक्ष खुटार भी कांबिंग में मौजूद रहे.