शाहजहांपुरः गन्ना शोध संस्थान ने किसानों को लाभान्वित करने के लिए बुधवार को मिठास कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. कार्यक्रम में गन्ना किसानों को गन्ने की नई किस्म के बीज दिए जाएंगे इसके साथ ही वैज्ञानिक विचार गोष्ठी का भी आयोजन होगा, जिसमें गन्ना शोध संस्थान के वैज्ञानिक किसानों की समस्याओं को सुनेंगे. इस दौरान किसानों को उन्नत खेती के बारे में विस्तार से बताया जाएगा.
आर भूसरेड्डी होंगे मुख्य अतिथि
गन्ना शोध संस्थान मे गन्ना किसानों को लाभान्वित करने के लिए आयोजित होने वाले मिठास कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग संजय आर भूसरेड्डी मुख्य अतिथि रहेंगे. मिठास कार्यक्रम में वैज्ञानिक विचार गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा, जिसमें किसानों से जुड़ी समस्याओं का निराकरण कराया जाएगा. इसके साथ ही उन्हें उन्नत खेती के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. वहीं गन्ना किसानों को गन्ने की दो नई किस्म बीज के रूप में दी जाएंगी.
बदल जाएगी किसानों की किस्मत
गन्ना शोध संस्थान ने दो नई किस्में तैयार की हैं, जो किसानों की किस्मत बदल देंगी. इसके लिए गन्ना शोध संस्थान के वैज्ञानिकों ने टिशु कल्चर तकनीकी का इस्तेमाल करके हर साल एक लाख पौधे तैयार करने की योजना बनाई है. गन्ने की किस्म 0238 का इस्तेमाल जनपद के 90% गन्ना किसान कर रहे हैं. इस किस्म में कैंसर अर्थात लाल सड़न रोग की बीमारी से किसान बेहद परेशान हैं, जिससे कई किसानों की फसल बर्बाद हो गई हैं.
यह भी पढ़ेंः पंचामृत तरीके से गन्ना किसानों की आमदनी होगी दोगुनी
लाल सड़न रोग की समस्या बाद गन्ना शोध परिषद के वैज्ञानिकों ने गन्ने के खेत में 0238 की जगह कोसा 13235 और कोलक 14201 पर पूरी रिसर्च कर ली है. बुधवार को इन दो नई किस्मों को गन्ना किसानों को बीज के रूप में दे दिया जाएगा. गन्ना शोध परिषद के वैज्ञानिक का कहना है कि यह दोनों नई किस्में गन्ना किसानों के लिए संजीवनी साबित होंगी वैज्ञानिकों का दावा है कि गन्ने की दोनों नई किस्मों से गन्ने का रिकवरी रेट तो बढ़ेगा ही साथ ही गन्ना वजनदार और मोटा भी होगा.