शाहजहांपुर: जनपद में एक परिवार त्वचा की बीमारी से पीड़ित है. पूरे परिवार के सदस्यों की त्वचा का रंग काला पड़ रहा है. 2 दिन पहले परिवार की एक लड़की की इसी बीमारी के चलते मौत हो गई. जिसके बाद आनन-फानन में इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी गई. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग ने सभी सदस्यों का चिकित्सक परीक्षण कराकर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है. इस रहस्यमयी बीमारी को लेकर पूरे गांव में दहशत का माहौल है. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि गलत इलाज के चलते त्वचा की बीमारी ने भयंकर रूप ले लिया है.
दरअसल, पुवायां थाना क्षेत्र के बड़ागांव में रहने वाले सियाराम और उनके परिवार के लोग मेहनत-मजदूरी करते हैं. तकरीबन छह महीने पहले सियाराम के पुत्र श्रीपाल को शरीर में खुजली महसूस हुई. इसके बाद त्वचा का रंग काला पड़ने लगा. श्रीपाल ने पहले गांव में ही इलाज कराया. लाभ न होने पर शाहजहांपुर के निजी डॉक्टर से इलाज कराया. लेकिन कालापन बढ़ता गया. इसके बाद बीमारी ने सियाराम उनकी पत्नी गुड्डी देवी, श्रीपाल की पत्नी देवरानी पुत्र अनुज पुत्री रीमा भाई अवधेश और बहन सीमा देवी को भी चपेट में ले लिया. सभी का शाहजहांपुर के प्राइवेट डॉक्टर से इलाज चल रहा था. इसके बावजूद बाद त्वचा की बीमारी बढ़ती चली गई और एक किशोरी की मौत हो गई.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आरके गौतम का कहना है कि बड़ागांव में सूचना मिलने के बाद मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को भेजा गया था. एक परिवार के 6 सदस्यों श्रीपाल,अवधेश, गुड्डी,सियाराम, रीमा और अनुज का परीक्षण कर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. गांव के और किसी इस तरह की त्वचा की बीमारी की सूचना नहीं है. इस मामले में परिवार के सभी सदस्यों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. स्किन रोग विशेषज्ञ उनका बेहतर इलाज कर रहे हैं. केस स्टडी से पता लग रहा है कि परिवार के सभी सदस्यों का इलाज किसी प्राइवेट डॉक्टर ने गलत दवाइयों से किया है. जिसकी वजह से सभी के शरीर पर काले निशान पड़ गए हैं. फफोले बने हुए हैं. फिलहाल सभी का इलाज मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है. कल स्वास्थ्य विभाग की एक टीम डिप्टी सीएमओ के नेतृत्व में गांव जाएगी और फिर से ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण करेगी.
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