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शाहजहांपुर समाज कल्याण विभाग का कारानाम, लाभार्थियों की जगह दलालों के खातों में भेजी वृद्धा पेंशन - Shahjahanpur latest news

शाहजहांपुर में समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से करोंड़ों का घोटाला सामने आया है. अधिकारियों ने वृद्धा पेंशन लाभार्थियों के अकाउंट की जगह दलालों के अकाउंट में करोंड़ों रुपये डाल दिए.

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शाहजहांपुर समाज कल्याण विभाग
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Published : Apr 5, 2023, 9:10 PM IST

डेढ़ साल से लाभार्थियों को नहीं मिली पेंशन

शाहजहांपुरः शाहजहांपुर समाज कल्याण विभाग में अधिकारी और कर्मचारियों ने अपने ही विभाग में डाका डाल दिया. यहां दलालों के 4,900 खातों में 3 करोड़ से ज्यादा रुपये ट्रांसफर कर दिए गए. करोड़ों के घोटाले के बाद प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. मामले के खुलासे के बाद से समाज कल्याण अधिकारी फरार हैं. घोटाले के इस मामले में 4 सदस्य टीम बनाकर बड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.

अधिकारियों ने दलालों के खाते में डाल दी वृद्धा पेंशन
समाज कल्याण अधिकारी ने अपने कर्मचारियों के साथ मिलकर 4,900 वृद्धा पेंशन लाभार्थियों के खातों में डाका डाल दिया. अधिकारियों ने 4,900 वृद्धा पेंशन लाभार्थियों की जगह 4,900 दलालों के खातों में 4 करोड़ 41 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. खुलासे के बाद से जिला समाज कल्याण अधिकारी फरार हैं. घोटाले का मामला सामने आने के बाद बुधवार को समाज कल्याण विभाग में तमाम बुजुर्ग महिलाएं और पुरुष अपने खाते में पेंशन न आने की शिकायत लेकर पहुंचे. पीड़ितों को कहना है कि उनके खातों में वृद्धावस्था पेंशन पहुंची ही नहीं.

वृद्ध महिलाएं पेंशन की कर रही मांग
दरअसल, जिला समाज कल्याण अधिकारी राजेश कुमार ने अपने चहेते कंप्यूटर ऑपरेटरों और कर्मचारियों को आधार कार्ड नंबर लिंक कराने के लिए लगाया था. इसके बाद 4,900 पेंशन के खातों पर दलालों के बैंक खाते चढ़ा दिए और उनमें 3-3 हजार की 2 किस्ते ट्रांसफर कर दी गई. मामला सामने आने के बाद समाज कल्याण विभाग में कर्मचारियों का सन्नाटा छाया हुआ है और यहां पीड़ित वृद्ध महिलाएं हाथों में पेंशन भेजे जाने की मांग को लेकर डेरा जमाए हुए हैं.

समाज कल्याण अधिकारी से नहीं हो पा रहा संपर्क
शिकायतों और घोटाले के मामले सामने आने के बाद जब घोटाले की पुष्टि हुई. इसके बाद जिलाधिकारी के आदेश पर 4 सदस्य टीम बनाई गई, जिसमें जिला विकास अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, वरिष्ठ कोषाधिकारी और लीड बैंक मैनेजर को शामिल किया गया. शुरुआती दर्जनों शिकायतें सही पाई गई हैं. मुख्य विकास अधिकारी का कहना है कि इस गंभीर मामले में जांच पूरी होने में कुछ दिन लगेंगे. उन्होंने कहा कि इस मामले में बेहद कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उनका कहना है कि समाज कल्याण अधिकारी से किसी का संपर्क नहीं हो पा रहा है.

3 करोड़ से अधिका का हुआ घोटाल
समाज कल्याण विभाग में वृद्धावस्था पेंशन में 3 करोड़ से अधिक घोटाले का खुलासा होने के बाद से जिला समाज कल्याण अधिकारी राजेश कुमार फरार हैं. इसके अलावा कई कर्मचारी भी कार्यालय से लापता हैं. ऐसा माना जा रहा है कि इस मामले में जिला प्रशासन बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि मुख्य विकास अधिकारी के कार्यालय के ठीक नीचे करोड़ों का घोटाला होता और जिम्मेदार अधिकारी आंखें मूंदे बैठे रहे.

इस मामले में मुख्य विकास अधिकारी श्याम बहादुर सिंह का कहना है कि जिलाधिकारी के पास समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित वृद्धावस्था पेंशन को लेकर लगातार शिकायतें पहुंच रही थी. इसके बाद जिला अधिकारी उमेश प्रताप सिंह ने इस मामले में जांच करने के आदेश दिए, जिसमें कुल 11 शिकायतें मिली थी. इसमें वृद्धावस्था पेंशन किसी दूसरे के खाते में भेजे जाने की शिकायतें थी.

मामले में जांच कराई गई तो पाया गया कि वृद्धावस्था पेंशन को किसी और के खाते में भेजा गया है. इस मामले में अभी जांच की जा रही है. अब तक जो भी शिकायतें मिली हैं सब ठीक पाई गई हैं. प्रथम दृश्यता सभी शिकायतें सही हैं. मामले में 4 सदस्य टीम गठित की गई है, जो इस मामले में जांच कर रही है. जांच रिपोर्ट 1 हफ्ते के भीतर आ जाएगी. इसके बाद दोषी अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

पढ़ेंः कासगंज में सड़क निर्माण में बड़ा घोटाला, एक सप्ताह में ही उखड़ने लगी गिट्टियां

डेढ़ साल से लाभार्थियों को नहीं मिली पेंशन

शाहजहांपुरः शाहजहांपुर समाज कल्याण विभाग में अधिकारी और कर्मचारियों ने अपने ही विभाग में डाका डाल दिया. यहां दलालों के 4,900 खातों में 3 करोड़ से ज्यादा रुपये ट्रांसफर कर दिए गए. करोड़ों के घोटाले के बाद प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. मामले के खुलासे के बाद से समाज कल्याण अधिकारी फरार हैं. घोटाले के इस मामले में 4 सदस्य टीम बनाकर बड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.

अधिकारियों ने दलालों के खाते में डाल दी वृद्धा पेंशन
समाज कल्याण अधिकारी ने अपने कर्मचारियों के साथ मिलकर 4,900 वृद्धा पेंशन लाभार्थियों के खातों में डाका डाल दिया. अधिकारियों ने 4,900 वृद्धा पेंशन लाभार्थियों की जगह 4,900 दलालों के खातों में 4 करोड़ 41 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. खुलासे के बाद से जिला समाज कल्याण अधिकारी फरार हैं. घोटाले का मामला सामने आने के बाद बुधवार को समाज कल्याण विभाग में तमाम बुजुर्ग महिलाएं और पुरुष अपने खाते में पेंशन न आने की शिकायत लेकर पहुंचे. पीड़ितों को कहना है कि उनके खातों में वृद्धावस्था पेंशन पहुंची ही नहीं.

वृद्ध महिलाएं पेंशन की कर रही मांग
दरअसल, जिला समाज कल्याण अधिकारी राजेश कुमार ने अपने चहेते कंप्यूटर ऑपरेटरों और कर्मचारियों को आधार कार्ड नंबर लिंक कराने के लिए लगाया था. इसके बाद 4,900 पेंशन के खातों पर दलालों के बैंक खाते चढ़ा दिए और उनमें 3-3 हजार की 2 किस्ते ट्रांसफर कर दी गई. मामला सामने आने के बाद समाज कल्याण विभाग में कर्मचारियों का सन्नाटा छाया हुआ है और यहां पीड़ित वृद्ध महिलाएं हाथों में पेंशन भेजे जाने की मांग को लेकर डेरा जमाए हुए हैं.

समाज कल्याण अधिकारी से नहीं हो पा रहा संपर्क
शिकायतों और घोटाले के मामले सामने आने के बाद जब घोटाले की पुष्टि हुई. इसके बाद जिलाधिकारी के आदेश पर 4 सदस्य टीम बनाई गई, जिसमें जिला विकास अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, वरिष्ठ कोषाधिकारी और लीड बैंक मैनेजर को शामिल किया गया. शुरुआती दर्जनों शिकायतें सही पाई गई हैं. मुख्य विकास अधिकारी का कहना है कि इस गंभीर मामले में जांच पूरी होने में कुछ दिन लगेंगे. उन्होंने कहा कि इस मामले में बेहद कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उनका कहना है कि समाज कल्याण अधिकारी से किसी का संपर्क नहीं हो पा रहा है.

3 करोड़ से अधिका का हुआ घोटाल
समाज कल्याण विभाग में वृद्धावस्था पेंशन में 3 करोड़ से अधिक घोटाले का खुलासा होने के बाद से जिला समाज कल्याण अधिकारी राजेश कुमार फरार हैं. इसके अलावा कई कर्मचारी भी कार्यालय से लापता हैं. ऐसा माना जा रहा है कि इस मामले में जिला प्रशासन बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि मुख्य विकास अधिकारी के कार्यालय के ठीक नीचे करोड़ों का घोटाला होता और जिम्मेदार अधिकारी आंखें मूंदे बैठे रहे.

इस मामले में मुख्य विकास अधिकारी श्याम बहादुर सिंह का कहना है कि जिलाधिकारी के पास समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित वृद्धावस्था पेंशन को लेकर लगातार शिकायतें पहुंच रही थी. इसके बाद जिला अधिकारी उमेश प्रताप सिंह ने इस मामले में जांच करने के आदेश दिए, जिसमें कुल 11 शिकायतें मिली थी. इसमें वृद्धावस्था पेंशन किसी दूसरे के खाते में भेजे जाने की शिकायतें थी.

मामले में जांच कराई गई तो पाया गया कि वृद्धावस्था पेंशन को किसी और के खाते में भेजा गया है. इस मामले में अभी जांच की जा रही है. अब तक जो भी शिकायतें मिली हैं सब ठीक पाई गई हैं. प्रथम दृश्यता सभी शिकायतें सही हैं. मामले में 4 सदस्य टीम गठित की गई है, जो इस मामले में जांच कर रही है. जांच रिपोर्ट 1 हफ्ते के भीतर आ जाएगी. इसके बाद दोषी अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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