शाहजहांपुर: स्वास्थ्य व्यवस्था में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में डीएम ने बड़ी कार्रवाई की है. डीएम के आदेश पर 9 आशा कार्यकर्ताओं, 4 सीएचओ और एक एएनएम की सेवा समाप्त कर दी गई है. डीएम के आदेश पर यह कार्रवाई मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने की है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि स्वास्थ्य सेवा में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों को बख्शा नहीं जाएगा.
दरअसल तमाम स्वास्थ्य केंद्रों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों से कर्मचारियों के अनुपस्थित रहने और काम में लापरवाही होने की शिकायत जिलाधिकारी को मिल रही थीं. इसके बाद जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में डीएम के तेवर सख्त नजर आए. जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में लापरवाही बरतने पर स्वास्थ्य विभाग के 14 कर्मचारियों की सेवा समाप्ति के आदेश दिए थे. इसके बाद सीएमओ ने 1 एएनएम 9 आशा कार्यकर्ता और 4 सीएचओ की सेवा समाप्ति के लिए चिट्ठी जारी कर दी हैं. इसके अलावा स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही और अनुपस्थित रहने वालों पर कड़ी कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई है.
इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरके गौतम का कहना है कि जिला स्वास्थ्य समिति के अनुमोदन पर बिना किसी सूचना के अपनी ड्यूटी से अनुपस्थित होने वाले चार सीएचओ (संविदा स्टाफ) रश्मि चक, धीरेन्द्र सिंह, पूजा गंगवार एवं मनोज कुमार की सेवा समाप्त किए जाने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिए हैं. मुख्य चिकित्साधिकारी ने एजेंडा प्रस्तुत करते हुए बताया कि इनके अनुपस्थित होने के कारण विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रमों में उपलब्धियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था.
इसी प्रकार 9 निष्क्रिय आशाओं के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाए जाने की संस्तुति की गई. सम्बन्धित प्रभारी चिकित्साधिकारियों द्वारा बताया गया कि इन निष्क्रिय आशाओं के द्वारा राष्ट्रीय कार्यक्रम, जैसे कि नियमित टीकाकरण, संस्थागत प्रसव आदि में सहयोग नहीं किया जा रहा है, जिस कारण इन्हें हटाए जाने की संस्तुति की गई.
जिसमें पूजा देवी, मीरा दीक्षित, शकुन्तला देवी, फूल बी, माधुरी शर्मा, मंजू देवी, निर्मला, सीमा दिनकर एवं रहिसा बेगम शामिल हैं. इसके अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कलान की एएनएम सत्यवती के चार मार्च से अनुपस्थित होने एवं पूर्व में भी टीकाकरण सत्र पर अनुपस्थित रहने से राष्ट्रीय टीकाकरण प्रोग्राम बाधित होने पर उनकी संविदा समाप्त करने का अनुमोदन भी जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा दिया गया है.