शाहजहांपुर : जिले में पुलिस ने एक किशोरी को खून देकर मानवता धर्म निभाया है. बुखार से पीड़ित लड़की को डॉक्टर ने खून चढ़ाने को बोला था. बेटी ने पिता से खून देने को कहा, लेकिन पिता ने इनकार कर दिया. रोती हुई लड़की थाने पहुंची. लड़की की बात पर सिपाही को तरस आ गया और उसने खून देकर बच्ची की जान बचाई.
दरअसल, ये मामला अल्लाहगंज थाना का है. जहां की रहने वाली 17 वर्षीय सविता नाम की लड़की अपनी मां सुनीता के साथ थाने पहुंच गई. लड़की ने रोते हुए थाना प्रभारी से कहा “ सर, मेरे पापा को पकड़ लो, मैं करीब 15 दिनों से बीमार चल रही हूं. मेरा इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है. जहां डाक्टर ने मुझमें खून की कमी बताई है. B+ (बी पाजिटिव ) ब्लड चढ़ाने के लिए बोला है. मैने अपने पापा से कई बार खून देने के लिये कहा, लेकिन वो देने को तैयार नहीं हैं. मै बहुत कमजोर होती जा रही हूं. यदि ब्लड समय पर न मिला तो कुछ भी अनहोनी हो सकती है.”
बच्ची की बात सुनकर थाना प्रभारी को दया आ गई. थाना प्रभारी ने तत्काल सभी पुलिस कर्मियों के ब्लड ग्रुप की जानकारी ली. जिसमें एक आरक्षी राशिद खां का ब्लड ग्रुप B+ मिला. जिसके बाद सिपाही ने जिला अस्पताल पहुंचकर लड़की को ब्लड दिया. पुलिस के इस सराहनीय काम के लिए बच्ची और उसके परिवार वालों ने दिल से आभार व्यक्त किया.
पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने बताया कि आरक्षी ने रक्तदान कर मानवता का परिचय दिया है. पुलिस के इस कदम की घोर प्रशंसा की जाती है. पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर ने आरक्षी राशिद खान को प्रशस्ति पत्र देखकर सम्मानित करने की घोषणा की है.