शाहजहांपुरः पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और पूर्व मंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा की बहू अर्चना वर्मा से 10 लाख की रंगदारी मांगने वाले को पुलिस ने रविवार को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है. पकड़ा गया आरोपी तिहाड़ जेल में रह चुका है. फोन पर रंगदारी मांगने के दौरान भी उसने खुद को तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात अपराधी नीरज बवाना बताया था. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ करने में जुटी हुई है.
दरअसल, सदर बाजार थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर कॉलोनी में रहने वाली पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अर्चना वर्मा और सपा प्रत्याशी रहे राजेश वर्मा से फोन पर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी. रंगदारी मांगने वाले में अपने आप को तिहाड़ जेल में बंद नीरज बवाना बताया था. रंगदारी न देने पर पूरे परिवार की हत्या करने की धमकी दी गई थी. धमकी के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर के परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी थी.
पुलिस की सर्विलांस टीम और क्राइम ब्रांच ने सर्विलांस के जरिए आरोपी की लोकेशन दिल्ली में निकाली और उसे गढ़मुक्तेश्वर के पास से गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में पता चला कि पकड़ा गया आरोपी दिनेश वर्मा शाहजहांपुर का ही रहने वाला है और पिछले कुछ समय से दिल्ली में सब्जी बेचने का काम कर रहा था. पुलिस को छानबीन में यह भी पता लगा कि आरोपी दिनेश हत्या के मामले में तिहाड़ जेल में बंद रह चुका है. आरोपी पर कई लोगों का कर्ज था और उसी कर्ज को चुकाने के लिए उसने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अर्चना वर्मा को फोन करके 10 लाख की रंगदारी मांगी थी. फिलहाल पुलिस पकड़े गए आरोपी से पूछताछ करने में जुटी हुई है. साथ ही उसका तिहाड़ जेल में बंद नीरज बवाना से संबंध होने का रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है.
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पूछताछ मे अभियुक्त ने बताया कि वह गांधीनगर दिल्ली में रहकर सब्जी बेचने का काम करता है, जिससे उसका खर्चा पूरा नहीं पड़ता है. इसी वजह से उसके ऊपर बहुत अधिक कर्जा हो गया था. उसने बताया कि वह एक साथ बहुत पैसे कमाना चाहता था, इसलिए उसने एक प्लान बनाया. आरोपी ने बताया कि शाहाबाद हरदोई के रहने वाले अजय कुमार अक्सर उसके पास सब्जी लेने आते थे. आरोपी ने कॉल करने के बहाने अजय का फोन मांग लिया और फोन से चुपके से सिम निकालकर अपने पास रख ली. आरोपी ने बताया कि उसने अजय को यह कहकर फोन वापस कर दिया कि तुम्हारे फोन से कॉल नहीं लग रही.
आरोपी का कहना है कि उसी दिन उसने वही सिम कार्ड अपने मोबाइल में डाल लिया. उसने बताया कि वह शाहजहांपुर का रहने वाला है और पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा जी के परिवार को अच्छे से जानता है तथा उनके परिवार के सभी मोबाइल नंबर पहले से ही उसके पास हैं. उसे लगा कि अगर वह इनको फोन करके धमकी देगा तो ये लोग बिना किसी को बताए उसे पैसे दे देगें. इसी प्लान के तहत उसने अजय वाले सिम से राजेश वर्मा और उनकी पत्नी अर्चना वर्मा को फोन पर पूरे परिवार जान से मारने की धमकी देकर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी. आरोपी ने बताया कि उसने जानबूझकर जेल में बंद मोस्ट वांटेड बदमाश नीरज बवाना के नाम पर पैसा मांगा, जिससे कि यह लोग दहशत मे आ जाए और पैसे दे दें. इसी प्लान के तहत वह आज दिल्ली से सवारी से गढ़ आया और वहां से ट्रेन से शाहजहांपुर पैसे लेने जाने वाला था. शाहजहांपुर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी दिनेश वर्मा को गढ़मुक्तेश्वर से गिरफ्तार कर लिया.
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