शाहजहांपुर: दरअसल, जिले के प्राइवेट कॉन्वेंट स्कूल लगातार बच्चों की फीस जमा करने को लेकर अभिभावकों पर दबाव बना रहे हैं. जिसका अभिभावक संघ ने विरोध किया है. शासन की मंशा के विरुद्ध काम कर रहे कॉन्वेंट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ तमाम अभिभावक जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पहुंचे और जोरदार ढंग से अभिभावकों की समस्याओं को उठाया.
अभिभावकों ने डीआईओएस से कहा कि शासन के निर्देश हैं कि आर्थिक रूप से कमजोर अभिभावकों के बच्चों को फीस जमा करने से मुक्त रखा जाए. साथ ही बच्चे की ऑनलाइन क्लासेस भी न बंद की जाए. मगर सरकार के आदेशों की खुली धज्जियां उड़ाते हुए कई कॉन्वेंट स्कूल बच्चों को ऑनलाइन क्लास से वंचित कर रहे हैं और ये धमकी दे रहे हैं कि अगर फीस नहीं जमा की तो एग्जाम में बैठने नहीं देगें. इस स्थिति में पहले से परेशान अभिभावक और उनके बच्चे अपमानित महसूस कर रहे हैं और कर्ज लेकर फीस जमा करने पर मजबूर हैं.
अभिभावकों ने ज्ञापन में मांग की है कि सरकार की मंशा के खिलाफ काम कर रहे ऐसे स्कूल जो बच्चों को ऑनलाइन क्लास से हटा रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाय. स्कूलों को ये आदेश दिया जाय कि फीस न जमा कर पाने वाले बच्चों को ऑनलाइन क्लास से वंचित न किया जाए. साथ ही एक अभिभावक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया जाय.
अभिभावक संघ शाहजहांपुर ने ‘नो स्कूल नो फीस’ जैसी तमाम मांगों के समर्थन के लिए एक पत्र सेंट्रल बार एसोसिएशन सौंपा. साथ ही आर्थिक संकट से जूझ रहे अधिवक्ताओं समेत सभी अभिभावकों के हित में इन मांगों का समर्थन करने का आग्रह किया. जिस पर सेंट्रल बार एसोसिएशन ने तत्काल समर्थन देते हुए समर्थन पत्र अभिभावक संघ को दिया.