शाहजहांपुर: सूबे के मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद 10 सितंबर को सतर्कता विभाग और शाहजहांपुर पुलिस ने आरटीओ ऑफिस में छापेमारी की थी, जिसमें 18 दलाल और दो विभागीय लोगों को जेल भेजा गया था. आरटीओ ऑफिस में दलाल एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं. इसको लेकर एआरटीओ प्रवर्तन ने ऑफिस के बाहर सजी दुकानों के संचालन पर रोक लगाने के लिए डीएम को पत्र लिखा है.
शाहजहांपुर में 10 सितंबर को सतर्कता अधिष्ठान बरेली एवं पुलिस विभाग की छापेमारी में सम्भागीय निरीक्षक (प्राविधिक) व प्रधान सहायक व 18 बाहरी लोगों को जेल भेजा गया था. घटना के कुछ ही देर बाद कुछ बाहरी लोगों द्वारा गुपचुप तरीके से पुनः आने वाली जनता को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है. साथ ही दुकानों का संचालन भी किया जा रहा है. इससे जनता को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. कार्यालय के कर्मचारियों में भी भय व्याप्त है. कर्मचारी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. इसके चलते वे पूर्ण रूप से शासकीय कार्यों का निष्पादन नहीं कर पा रहे हैं.
मामले को लेकर सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन मनोज प्रसाद वर्मा ने डीएम इंद्र विक्रम सिंह को एक पत्र लिखा है. जिसमें आरटीओ ऑफिस के बाहर संचालित हो रही दुकानों पर रोक लगाने की मांग की गयी है. उन्होंने डीएम से कार्यालय के बाहर बैठे अराजक तत्वों व बाहरी संचालित दुकानदारों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की मांग की है, जिससे कार्यालय के कर्मचारी बिना किसी भय के अपना कार्य सम्पादित कर सकें.