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शाहजहांपुर: मनमाना बिल ना चुकाने पर अस्पताल ने प्रसूता को बनाया बंधक - uttar pradesh news

शाहजहांपुर में स्वास्थ विभाग और निजी अस्पतालों के गठजोड़ का मामला सामने आया है. यहां सरकारी एंबुलेंस से एक निजी अस्पताल में डिलीवरी के लिए महिला को भर्ती कराया गया. जिसके बाद मनमाना बिल ना चुकाने पर प्रसूता को बंधक बनाने का आरोप है.

hospital took woman hostage
प्रसूता के परिजनों ने अस्पताल के बाहर हंगामा किया
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Published : Jun 9, 2020, 1:46 AM IST

Updated : Sep 4, 2020, 3:10 PM IST

शाहजहांपुर: मामला थाना सदर बाजार क्षेत्र के निगोही रोड का है, जहां नव ज्योति हॉस्पिटल पर प्रसूता को बंधक बनाने का आरोप लगा है. आरोप है कि रूपा देवी को प्रसव पीड़ा होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निगोही से मेडिकल कॉलेज कि लिए रेफर किया गया था. जिसके बाद सरकारी एंबुलेंस के ड्राइवर ने महिला के परिजनों से डीजल के नाम पर 6 सौ रुपये वसूले. इसके बाद आशा वर्कर विनीता ने गर्भवती महिला को मेडिकल कॉलेज ले जाने की बजाए निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया.

अस्पताल पहुंचते ही महिला ने बच्चे को जन्म दिया. नॉर्मल डिलीवरी होने पर भी अस्पताल ने प्रवासी मजदूर की पत्नी के इलाज के नाम पर 15 हजार रुपये का मोटा बिल बना दिया गया. परिवार के पास महज पांच हजार रुपये थे. जिसके बाद पूरा भुगतान ना करने पर अस्पताल प्रशासन ने महिला और उसके नवजात बच्चे को वार्ड में ही बंधक बना लिया. जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया. साथ ही परिजनों ने इस मामले की शिकायत जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से की. स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि मामले की जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

शाहजहांपुर: मामला थाना सदर बाजार क्षेत्र के निगोही रोड का है, जहां नव ज्योति हॉस्पिटल पर प्रसूता को बंधक बनाने का आरोप लगा है. आरोप है कि रूपा देवी को प्रसव पीड़ा होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निगोही से मेडिकल कॉलेज कि लिए रेफर किया गया था. जिसके बाद सरकारी एंबुलेंस के ड्राइवर ने महिला के परिजनों से डीजल के नाम पर 6 सौ रुपये वसूले. इसके बाद आशा वर्कर विनीता ने गर्भवती महिला को मेडिकल कॉलेज ले जाने की बजाए निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया.

अस्पताल पहुंचते ही महिला ने बच्चे को जन्म दिया. नॉर्मल डिलीवरी होने पर भी अस्पताल ने प्रवासी मजदूर की पत्नी के इलाज के नाम पर 15 हजार रुपये का मोटा बिल बना दिया गया. परिवार के पास महज पांच हजार रुपये थे. जिसके बाद पूरा भुगतान ना करने पर अस्पताल प्रशासन ने महिला और उसके नवजात बच्चे को वार्ड में ही बंधक बना लिया. जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया. साथ ही परिजनों ने इस मामले की शिकायत जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से की. स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि मामले की जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : Sep 4, 2020, 3:10 PM IST
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