शाहजहांपुर: जनपद में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने साइबर सेल के इंस्पेक्टर पर पिस्टल तानने आरोप लगाया है. साथ ही अपनी जान को खतरा भी बताया है. आरोप है कि पैसे के लेनदेन को लेकर साइबर सेल के इंस्पेक्टर ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के घर जाकर उनके निजी सचिव से बहस की थी. पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष का आरोप है कि इंस्पेक्टर ने उन पर पिस्टल ताना और फायर भी किया. लेकिन फायर मिस हो गया. फिलहाल पुलिस ने आरोपी स्पेक्टर को सस्पेंड करके मामले की जांच शुरू कर दी है.
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र पाल सिंह यादव का कहना है कि 22 दिसंबर 2020 को उन्होंने सेहरामऊ दक्षिणी थाना प्रभारी नीरज यादव को 5 लाख रुपए उधार दिए थे. नीरज यादव ने अपने भाई के इलाज के लिए पैसे मांगे थे. वहीं, सात आठ महीने बाद जब उन्होंने तकजा किया तो सर्विलांस प्रभारी नीरज यादव ने धीरे-धीरे टुकड़ों में साढ़े 3 लाख रुपये वापस किए थे. अब उनका ट्रांसफर लखनऊ हो गया है, जिसके बाद वह डेढ़ लाख रुपये देने को तैयार नहीं है. कहा कि 'मेरे निजी सचिव सचिन शुक्ला ने जब उनसे डेढ़ लाख रुपए देने के लिए फोन किया तो उन्होंने उनसे अभद्र भाषा में बात की और शुक्रवार तकरीबन 9:30 बजे रात को मेरे निवास पर थार गाड़ी से आकर मेरे ऊपर पिस्टल ताना और फायर भी किया. लेकिन फायर मिस हो गया. इसकी सूचना मैंने तुरंत पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर एस आनंद को दी. जिसके बाद उनको थाना सदर बाजार पुलिस पकड़ कर ले गई. पुलिस ने उन्हें बताया है कि नीरज यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. उन पर विभागीय कार्रवाई की जा रही है.
वहीं, इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक नगर संजय कुमार का कहना है कि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र पाल सिंह और सर्विलांस प्रभारी नीरज सिंह यादव के बीच रुपये के लेनद को लेकर विवाद हुआ था. नीरज यादव ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष से अभद्रता की थी. इस मामले में उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. साथ ही उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है.
यह भी पढ़ें- Shahjahanpur liquor Smuggler: कंटेनर में लदी 50 लाख की अवैध शराब के साथ 4 तस्कर गिरफ्तार