शाहजहांपुर : मादक पदार्थों की तस्करी के लिए अंतरराष्ट्रीय तस्कर यूपी को सबसे सुरक्षित मानते हैं. यही वजह है कि नेपाल के रास्ते होने वाली मादक पदार्थों की बड़ी खेपों को यूपी के रास्तों दूसरे राज्यों में भेजा जाता रहा है.
इसी कड़ी में यूपी एसटीएफ ने गुप्त सूचना के आधार पर शाहजहांपुर एसओजी और रोजा थाना पुलिस की मदद से रोजा थाना क्षेत्र के भावलखेड़ा सीएचसी इलाके में चरस के अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है.
इस मामले में तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. तीनों तस्करों की पहचान बबलू कुमार सोनकर, राम कुमार और मोहम्मद हनीफ के रूप में हुई है. ये तीनों बहराइच के रहने वाले हैं. तीनों तस्कर नेपाल से चरस लाकर उसकी तस्करी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों सहित अन्य राज्यों में करते थे.
जानकारी के अनुसार एसटीएफ और एसओजी टीम ने चरस के अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश फांस करते हुए तीन तस्करों को गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से 35 करोड़ की चरस बरामद की गयी है. तस्कर नेपाल से चरस की तस्करी किया करते थे.
पुलिस तस्करों से कड़ी पूछताछ कर रही है. दरअसल, एसटीएफ और एसओजी टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि चरस तस्कर नेपाल से चरस को लेकर रोजा क्षेत्र के भावलखेड़ा तिराहे पर बस का इंतजार कर रहे हैं.
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एसटीएफ की टीमों ने घेराबंदी की और तीन संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार कर लिया. इस बार उन्हें 35 करोड़ की चरस को सहारनपुर में एक डॉक्टर को सप्लाई करना था. पकड़े गए तस्करों की तलाशी लेने पर एसटीएफ और एसओजी को 17.5 किलो चरस बरामद की गई जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 35 करोड़ आंकी गई है.
इस मामले में पुलिस अधीक्षक, शाहजहांपुर एस.आनंद ने बताया कि एसटीएफ और एसओजी टीम ने यह कार्रवाई मुखबिर की सूचना के आधार पर की. पकड़े गए आरोपियों के नाम बबलू कुमार सोनकर, राम कुमार और मोहम्मद हनीफ बताए गए हैं.
तस्करों से पूछताछ में पता चला कि इस गैंग के तार कई राज्यों से जुड़े हैं. नेपाल से चरस खरीदकर दिल्ली, हरियाणा और पंजाब सहित कई राज्यों में बिक्री की जाती थी. फिलहाल पुलिस टीमें तस्करों से पूछताछकर अधिक से अधिक जानकारी हासिल करने में जुटी हुईं हैं.
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