शाहजहांपुर : जिले में 61 हजार रुपये बिजली का बिल आने पर एक युवक ने खुदकुशी कर ली. पत्नी का आरोप है कि बिल आने के बाद बिजली कर्मचारियों ने घर आकर धमकाया था. कहा था कि बिल जमा नहीं किया तो जेल जाना होगा. पति के पास इतने रुपये नहीं थे कि वह यह बिल जमा कर सके. इसके बाद पति ने आत्महत्या कर ली. वहीं यह मामला सामने आने के बाद बिजली विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं. जबकि मृतक की पत्नी ने सरकार से अपने दो छोटे बच्चों के भरण पोषण के लिए मुावजे की मांग की है. साथ ही कहा कि आरोपी बिजली कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
थाना सिंधौली क्षेत्र के महाउ दुर्ग के रहने वाले अवनीश (30) के मकान में उसके चाचा रामचंद्र के नाम से बिजली का मीटर लगा है. पत्नी पूनम का आरोप है कि बुधवार को बिजली विभाग के कर्मचारी बिल निकालने आए थे. 61 हजार रुपये का बिल निकालकर उन्होंने पति को थमा दिया. बिजली कर्मचारियों ने उसके पति को धमकाया कि जल्द बिल को जमा कर दो, नहीं तो जेल जाना पड़ेगा.
इसके बाद कनेक्शन काटकर बिजली कर्मचारी चले गए. इस बात से उसका पति बहुत परेशान हो गया. शाम के समय गांव में ही खुदकुशी कर ली. इससे पहले पति को सीएचसी ले जाया गया, वहां से राजकीय मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. यहां इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई. पत्नी पूनम का आरोप है कि बिजली कर्मचारियों की धमकी के कारण ही उसके पति ने आत्महत्या कर ली.
पूनम का कहना है कि पति मेहनत मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण करता था. उसका परिवार भूमिहीन है. उसके दो छोटे बच्चे भी हैं. बच्चों की परवरिश के लिए पत्नी ने सरकार से मुआवजे की मांग की है. बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता जेपी वर्मा ने बताया कि धमकाने की कोई बात नहीं है. बिजली बिल बकाया था, इसलिये बिजली कर्मचारी गए थे. फिर भी आरोपों की जांच एसडीओ पुवायां से करवाई जा रही है.
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