शाहजहांपुर: जलालाबाद थाना क्षेत्र के टिकोला गांव में करीब 30 साल बाद पुलिस ने जुआरियों पर बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने मंदिर परिसर में लगे मेले में छापेमारी कर 18 लोगों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से 2 लाख की नगदी, 7 बंदूकें और 55 कारतूस बरामद हुए हैं. इसके अलावा एक लग्जरी कार भी बरामद हुई है. ग्रामीणों के मुताबिक मंदिर पर जुआ खेलना वहां की परंपरा है. इसके चलते हर साल मेला लगने पर जुआ खेला जाता है. फिलहाल पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी जुआरियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
बताया जा रहा है कि जलालाबाद थाना क्षेत्र के टिकोला गांव में तिकोला देवी के मंदिर पर सावन के महीने में मेला लगता है. ग्रामीणों का कहना है कि परंपरा के तहत यहां कौड़ियों से जुआ खेला जाता है. मान्यता है कि यहां पांडवों ने अपना समय गुजारा था और कौड़ियों से जुआ खेलकर समय बिताते थे. कहते हैं कि यहां जुआ जीतने वाले पर लक्ष्मी मेहरबान होती है. जुआ खेलने के लिए कई जिलों से बड़े-बड़े जुआरी यहां आते हैं. यह भी माना जाता है कि जुआ रोकने वाले पुलिसकर्मियों को दोष लगता है.
हालांकि जलालाबाद पुलिस ने मंदिर परिसर में लगे जुए की फड़ में छापेमारी कर मौके से 18 जुआरियों को गिरफ्तार कर लिया है. उनके पास से 2 लाख 7 हजार की नगदी, 15 मोबाइल फोन, 7 राइफल और बंदूकें, 55 कारतूस और एक लग्जरी कार बरामद हुई है. इसके अलावा 40 क्वाटर देशी शराब समेत 40 लीटर देशी शराब की कैन भी बरामद की गई है. बताया जा रहा है कि इससे पहले पुलिस ने साल 1995 में जुए पर छापेमारी की थी. उस दौरान तीन जुआरियों की एक दुर्घटना में मौत हो गई थी, जिसके बाद से पुलिस छापेमारी करने से बचती थी.
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मामले में पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने बताया कि यह सबसे पुराना मंदिर है. यहां आकर पूजा-पाठ करना ठीक है. लेकिन आस्था की आड़ में जुआ खेलना अपराध है और कानून का उल्लंघन भी. जुआ खेलने के चलते यहां आपराधिक लोगों का जमावड़ा भी होता है. इसलिए यह कार्रवाई की गई है. पकड़े गए सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.
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