ETV Bharat / state

भदोही : कागजों पर गांव बना डिजिटल, इंटरनेट के लिए भी तरस रहे ग्रामीण - ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

केंद्र सरकार ने सितंबर 2016 में डिजिटल इंडिया योजना शुरू की थी. भदोही के लखनो गांव को डिजिटल गांव बनाने की घोषणा हुए लगभग 6 महीने बीत जाने के बाद भी काम के नाम पर सिर्फ वहां ब्रॉडबैंड का सेटअप लगा दिया गया है.

लोगों को पूरी तरह से डिजिटल गांव होने का फायदा नहीं मिल रहा है
author img

By

Published : Mar 5, 2019, 5:22 PM IST

भदोही : डिजिटल इंडिया योजना के तहत भदोही के लखनो गांव को डिजिटल गांव बनाने के लिए घोषणा की गई थी. इसकी कवायद पिछले साल अक्टूबर माह से शुरू हुई थी, लेकिन अभी तक यहां उस योजना को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है. हालांकि सरकारी रिकॉर्डों को अगर देखा जाए तो लखनो गांव डिजिटल गांव घोषित हो चुका है.

लोगों को पूरी तरह से डिजिटल गांव होने का फायदा नहीं मिल रहा है


डिजिटल गांव की घोषणा हुए लगभग 6 महीने बीत जाने के बाद भी काम के नाम पर सिर्फ वहां ब्रॉडबैंड का सेटअप लगा दिया गया है. वहां एक सीएससी सेंटर खोल दिया गया है लेकिन अभी न तो लोगों को इंटरनेट की सुविधा मिल रही है और न ही लोगों को पूरी तरह से डिजिटल गांव होने का फायदा मिला. हालांकि इसके तहत कुछ सौर ऊर्जा के एलईडी बल्ब और छोटे-मोटे काम जैसे आधार, पैन, राशन कार्ड, और आयुष्मान कार्ड का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया है.


लखनो गांव को डिजिटल गांव बनाने की जिम्मेदारी यहां के सीएसपी संचालक एसपी शास्त्री को दी गई है. उनका कहना है कि सरकार की तरफ से फंड न मिल पाने के कारण कामों में तेजी नहीं आ पा रही है. हालांकि काम धीरे-धीरे चल रहे हैं.

भदोही : डिजिटल इंडिया योजना के तहत भदोही के लखनो गांव को डिजिटल गांव बनाने के लिए घोषणा की गई थी. इसकी कवायद पिछले साल अक्टूबर माह से शुरू हुई थी, लेकिन अभी तक यहां उस योजना को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है. हालांकि सरकारी रिकॉर्डों को अगर देखा जाए तो लखनो गांव डिजिटल गांव घोषित हो चुका है.

लोगों को पूरी तरह से डिजिटल गांव होने का फायदा नहीं मिल रहा है


डिजिटल गांव की घोषणा हुए लगभग 6 महीने बीत जाने के बाद भी काम के नाम पर सिर्फ वहां ब्रॉडबैंड का सेटअप लगा दिया गया है. वहां एक सीएससी सेंटर खोल दिया गया है लेकिन अभी न तो लोगों को इंटरनेट की सुविधा मिल रही है और न ही लोगों को पूरी तरह से डिजिटल गांव होने का फायदा मिला. हालांकि इसके तहत कुछ सौर ऊर्जा के एलईडी बल्ब और छोटे-मोटे काम जैसे आधार, पैन, राशन कार्ड, और आयुष्मान कार्ड का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया है.


लखनो गांव को डिजिटल गांव बनाने की जिम्मेदारी यहां के सीएसपी संचालक एसपी शास्त्री को दी गई है. उनका कहना है कि सरकार की तरफ से फंड न मिल पाने के कारण कामों में तेजी नहीं आ पा रही है. हालांकि काम धीरे-धीरे चल रहे हैं.

Intro:केंद्र सरकार द्वारा सितंबर 2016 में डिजिटल इंडिया योजना शुरू की गई थी इसके तहत जल्द ही देश के विभिन्न गांव को वाईफाई शैलेश ग्राम पंचायत मिलने का सरकार ने वादा किया था इसके तहत प्रदेश के हर जिले में गांव को डिजिटल बनाने की कवायद शुरू की गई थी इसी योजना के तहत उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में स्थित लखनो गांव को डिजिटल गांव बनाने के लिए घोषणा की गई थी इसकी कवायद पिछले साल अक्टूबर माह से शुरू हुई थी लेकिन अभी तक यहां उस योजना को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है हालांकि सरकारी रिकार्डो को अगर देखा जाए तो लखनो गांव डिजिटल गांव घोषित हो चुका है इसके तहत यहां कुछ काम भी किए गए हैं लेकिन जो मुख्य सुविधाएं जैसे गांव में सस्ते दर पर इंटरनेट कनेक्शन और लोगों को डिजिटल साक्षर करने का निश्चय किया गया था
विसुअल LU smart पर


Body:डिजिटल गांव की घोषणा हुए लगभग 6 महीने बीत जाने के बाद भी काम के नाम पर सिर्फ वहां ब्रॉडबैंड का सेटअप लगा दिया गया है वहां एक सीएससी सेंटर खोल दिया गया है लेकिन अभी वह पूरी तरीके से संचालित नहीं हो पाया है ना लोगों को इंटरनेट की सुविधा मिल रही है और ना ही लोगों को पूरी तरह से डिजिटल गांव होने का फायदा हालांकि इसके तहत कुछ सौर ऊर्जा के एलईडी बल्ब और छोटे-मोटे काम जैसे आधार पेन राशन कार्ड बैंक खाते आयुष्मान कार्ड का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया है


Conclusion:डिजिटल गांव के नाते लखनो को मिलनी थी यह सारी सुविधाएं: डिजिटल गांव के नाते वहां पीएमजी दिशा की तरफ से 10 दिन का कंप्यूटर कोर्स जो वहां के लोगों को डिजिटल साक्षर बनाएं ,14 से 60 वर्ष के लोगों को बेसिक नॉलेज कंप्यूटर की शिक्षा 1 साल में 300 लोगों को देना था ,1 साल में 35 बच्चों को ट्रिपल सी की डिग्री ,70 बच्चों को बीसीसीए डिग्री, 40 बच्चों को टैली की डिग्री, पूरे गांव में वाईफाई फाइबर नेटवर्क का जाल जिससे कि दो जीबीपीएस ₹50 में 1 महीने के लिए अनलिमिटेड इंटरनेट कनेक्शन ₹10 में 1 दिन के लिए अनलिमिटेड इंटरनेट सुविधा, एलईडी बल्ब मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना ,सेनेटरी नैपकिन बनाने की ट्रेनिंग ,बैंकिंग सर्विस को सुचारू रूप से चलाने की जिम्मेदारी, रोजगार परक यूनिट बनाना, स्किल डेवलपमेंट के तहत बच्चों को स्किलफुल करके प्लेसमेंट कराना छोटे कुटीर उद्योगों के लिए लोगों को ट्रेनिंग देना आदि जैसे अनेकों काम डिस्टर्ब गांव के लिए किए जाने थे लेकिन अब तक इनमें से कुछ ही काम किए गए हैं जैसे कि सर्वे कराकर लोगों को चिन्हित करना की ग्रामीण किस योजना का फायदा उठा सकते हैं इसके अलावा वहां कोई कार्य अभी तक नहीं हुआ है ऐसे में सरकार पर सवालिया निशान खड़े होते हैं कि क्या कागजों पर ही डिजिटल गांव बनने के सपने पूरे हो रहे हैं लखनो को डिजिटल गांव बनाने की जिम्मेदारी यहां के सीएसपी संचालक एसपी शास्त्री को दिया गया है उनका कहना है कि सरकार की तरफ से फंड न मिल पाने के कारण कामों में तेजी नहीं आ पा रही है हालांकि काम धीरे-धीरे चल रहे हैं
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.