संतरविदास नगर: देश में आज से महा पावन पर्व सावन की शुरूआत हो गई है. मान्यता है कि सावन मास में जल चढ़ाने पर भगवान भोलेनाथ खुश होते हैं और भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करते हैं. ऐसे में पूरे देश से केसरिया वस्त्र पहनकर शिव भक्ति में लीन कावड़िए शिव दरबार में जल चढ़ाने के लिए रवाना हो रहे हैं.
क्या है कावड़ियों की आस्था-
- भगवान भोलेनाथ उनकी हर मनोकामना पूर्ण करते हैं.
- हर साल शिव दरबार पहुंचकर जल चढ़ाते हैं.
- इस दौरान शिव उन्हें शक्ति देते हैं.
- भोलेनाथ उन्हें हर साल सावन में अपने दरबार जरूर बुलाते हैं.
इन परेशानियों का सामना करते हैं कावड़िए-
- हर साल कावड़िए जल चढ़ाने के लिए प्रयागराज से वाराणसी जाते हैं.
- इस दौरान कावड़िए सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलते हैं.
- पैदल चलते-चलते कांवड़ियों के पैरों में छाले भी पड़ जाते हैं.
हम 39 सालों से सावन में भोलेनाथ पर जल चढ़ाने के लिए उनके दरबार जा रहे हैं. कोशिश करते हैं हर साल उनके दरबार में जाने की. भगवान भोले नाथ हमारी हर मनोकामना पूर्ण करते हैं.
-फूलचंद्र,कावड़िया
कांवड़ यात्रा के दौरान हमें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. इसके बावजूद हम हर साल बाबा के दरबार में जल चढ़ाने जाते हैं. बाबा हमारी हर मुराद पूरी करते हैं.
-जगदीश, कावड़िया