भदोही: जनपद में गंगा नदी इन दिनों उफान पर है. जिस तेजी से गंगा का जलस्तर बढ़ा है उसे लेकर प्रशासन अलर्ट है. अपर जिला अधिकारी शैलेन्द्र मिश्र ने बताया कि बाढ़ प्रबंधन से संबंधित सभी तैयारियों को पूरा कर लिया गया है. बाढ़ राहत चौकियों को अलर्ट पर रखा गया है. साथ ही पशुओं के लिए चारा समेत अन्य तरह की व्यवस्थाएं रखी गई हैं.
बता दें कि गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखकर तटवर्ती इलाकों में दहशत है. गंगा का जलस्तर बढ़ने से होने वाले भारी नुकसान को लेकर ग्रामीण चिंतित हैं. गंगा के तटवर्ती इलाके कोनिया क्षेत्र के दर्जनों गांव हमेशा बाढ़ में प्रभावित हो जाते हैं. बाढ़ से लोगों को खाने-पीने के संकट के साथ पशुओं को बांधने की भी समस्या उत्पन्न हो जाती है. उसी समस्या को लेकर लोग दहशत में हैं. गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से लगभग 4 से 5 सेंटीमीटर नीचे है. यदि आज गुरुवार को गंगा के जलस्तर में वृद्धि हुई तो लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने बाढ़ चौकियों को अलर्ट मोड पर रखा है.
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अपर जिला अधिकारी शैलेन्द्र मिश्र ने बताया कि बाढ़ से संबंधित विभागों के साथ मीटिंग कर ली गई है. सभी को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि गंगा का जलस्तर 77.3 मीटर तक पहुंच गया है. जो कि खतरे के निशान से 4 मीटर नीचे है. उन्होंने कहा कि अगर जलस्तर बढ़ता है तो प्रशासन की तैयारियां पूरी हैं. तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की मदद के लिए प्रशासन तैयार है.
पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से बीते दिनों गंगा का जलस्तर बहुत तेजी से बढ़ा था. यदि और बारिश होती है तो जलस्तर और भी अधिक बढ़ सकता है. ऐसे में प्रशासनिक स्तर की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. क्षेत्र के कोनिया, इटहरा, धनतुलसी, भुर्रा समेत अन्य इलाकों में प्रशासन की निगरानी है. अधिकारियों का कहना है कि गंगा के जलस्तर पर 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है. बाढ़ राहत चौकियां अलर्ट पर हैं.
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