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भदोही: किसानों को भा रही 'ब्लैक राइस' की खेती, करा सकती है मोटी कमाई - भदोही में किसान कर रहे ब्लैक राइस की खेती

उत्तर प्रदेश के भदोही में किसान एंटी शुगर ब्लैक राइस की खेती कर रहे हैं. इस चावल की खेती कर किसान अपनी आय बढ़ाने में लगे हुए हैं. इस चावल की कीमत बाजार में 400 से 500 रुपये प्रति किलो है.

ब्लैक राइस की खेती से किसान बढ़ा रहे अपनी आय.
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Published : Nov 18, 2019, 10:23 AM IST

भदोही: जिले के किसान एंटी शुगर 'ब्लैक राइस' की खेती से अपनी आय को कई गुना बढ़ाने में लगे हुए हैं. बता दें कि ब्लैक राइस की कीमत बाजार में 400 से 500 रुपये प्रति किलो है, जिस वजह से ब्लैक राइस की खेती किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है.

ब्लैक राइस की खेती से किसान बढ़ा रहे अपनी आय.

इस चावल को खाने से कई तरह की बीमारियों में लाभ मिलता है. साथ ही यह चावल औषधीय गुणों का भंडार है. एंटी शुगर ब्लैक राइस के विषय में कहा जाता है कि इस चावल की खेती एक समय चीन में हुआ करती थी. यह भी कहा जाता है कि जब चीन में राजशाही थी तो इस चावल का प्रयोग सिर्फ राज परिवार ही कर सकता था.

काले रंग में हैं कई गुण
मणिपुर के जंगली इलाकों में आज लोग बहुत कम पैमाने पर 'ब्लैक राइस' की पैदावार करते हैं. करीब तीन वर्ष पहले एंटी शुगर ब्लैक राइस के विषय में भदोही के उप कृषि निदेशक को पता चला तो उन्होंने पांच किलो बीज मंगवाया और किसानों को दिया, जिसके बाद आज बड़े पैमाने पर जिले के किसान इस धान की खेती से जुड़ गए हैं.

जिले के कृषि विभाग में तैनात उप कृषि निदेशक ए. के. सिंह ने बताया कि शोध में पाया गया है कि इस काले रंग के चावल में कई गुण हैं. इसमें एंटीआक्सीडेंट, एंटी कैंसर और एंटी डायबिटिक है. ए. के. सिंह ने बताया कि किसानों की आय कई गुना बढ़ाने में ब्लैक राइस की खेती कारगर है. मौजूदा समय में जिले के कई किसान इस खेती से जुड़ चुके हैं.

इसकी खेती में रासायनिक खाद का नहीं होता प्रयोग
एंटी शुगर ब्लैक राइस के दाम बाजार में 400 रुपये प्रति किलो के करीब है, जो इस समय बहुत ही कम जगहों पर उपलब्ध है. हलांकि अब जिले में कई किसानों ने इस फसल का प्रयाप्त बीज तैयार कर लिया है, जो आने वाले समय में अब बड़े पैमाने पर खेती करेंगे. किसानों का कहना है कि एंटी शुगर ब्लैक राइस की खेती में लागत न के बराबर है. इसमें किसी भी तरह की रासायनिक खाद का प्रयोग नहीं होता है और आम धान से इसकी पैदावार भी बहुत अच्छी है.

भदोही: जिले के किसान एंटी शुगर 'ब्लैक राइस' की खेती से अपनी आय को कई गुना बढ़ाने में लगे हुए हैं. बता दें कि ब्लैक राइस की कीमत बाजार में 400 से 500 रुपये प्रति किलो है, जिस वजह से ब्लैक राइस की खेती किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है.

ब्लैक राइस की खेती से किसान बढ़ा रहे अपनी आय.

इस चावल को खाने से कई तरह की बीमारियों में लाभ मिलता है. साथ ही यह चावल औषधीय गुणों का भंडार है. एंटी शुगर ब्लैक राइस के विषय में कहा जाता है कि इस चावल की खेती एक समय चीन में हुआ करती थी. यह भी कहा जाता है कि जब चीन में राजशाही थी तो इस चावल का प्रयोग सिर्फ राज परिवार ही कर सकता था.

काले रंग में हैं कई गुण
मणिपुर के जंगली इलाकों में आज लोग बहुत कम पैमाने पर 'ब्लैक राइस' की पैदावार करते हैं. करीब तीन वर्ष पहले एंटी शुगर ब्लैक राइस के विषय में भदोही के उप कृषि निदेशक को पता चला तो उन्होंने पांच किलो बीज मंगवाया और किसानों को दिया, जिसके बाद आज बड़े पैमाने पर जिले के किसान इस धान की खेती से जुड़ गए हैं.

जिले के कृषि विभाग में तैनात उप कृषि निदेशक ए. के. सिंह ने बताया कि शोध में पाया गया है कि इस काले रंग के चावल में कई गुण हैं. इसमें एंटीआक्सीडेंट, एंटी कैंसर और एंटी डायबिटिक है. ए. के. सिंह ने बताया कि किसानों की आय कई गुना बढ़ाने में ब्लैक राइस की खेती कारगर है. मौजूदा समय में जिले के कई किसान इस खेती से जुड़ चुके हैं.

इसकी खेती में रासायनिक खाद का नहीं होता प्रयोग
एंटी शुगर ब्लैक राइस के दाम बाजार में 400 रुपये प्रति किलो के करीब है, जो इस समय बहुत ही कम जगहों पर उपलब्ध है. हलांकि अब जिले में कई किसानों ने इस फसल का प्रयाप्त बीज तैयार कर लिया है, जो आने वाले समय में अब बड़े पैमाने पर खेती करेंगे. किसानों का कहना है कि एंटी शुगर ब्लैक राइस की खेती में लागत न के बराबर है. इसमें किसी भी तरह की रासायनिक खाद का प्रयोग नहीं होता है और आम धान से इसकी पैदावार भी बहुत अच्छी है.

Intro: चावल खाने का हर कोई शौक़ीन होता है लेकिन मोटापा की वजह से लोग चावल का प्रयोग कम करते है लेकिन अब आपको जानकर हैरानी होगी की कुछ किसान ऐसे चावल की पैदावार कर रहे है जिनमे औषधियों गुणों का भंडार है हम बात कर रहे है एंटी शुगर ब्लैक राइस की इस चावल को खाने से कई तरह की बीमारियों में लाभ तो मिलता ही है साथ ही भदोही जिले के किसान इस चावल की खेती से अपनी आय को कई गुणा बढ़ाने में लगे हुए है l  चावल की कीमत बाजार में 400 से ₹500 प्रति किलो है जिससे किसान अपने खेतों में उड़ा कर अपनी आए 10 गुनी तक बढ़ा सकता है
Body: एंटी शुगर ब्लैक राइस के विषय में कहा जाता है की यह एक समय चीन में ही पाया जाता था जब वहां राजशाही थी तो इस चावल का प्रयोग सिर्फ राज परिवार ही कर सकता था ऐसे में अन्य किसानो के यहाँ इसकी खेती बंद हो गई और इस अनोखी धान की प्रजाति को वैश्विक स्तर पर बड़ी पहचान नहीं मिल सकी l मणिपुर के जंगली इलाको में आज भी लोग बहुत ही कम पैमाने पर इस धान की पैदावार करते है l करीब 3 वर्ष पहले इस धान के विषय में भदोही के उप कृषि निर्देशक को पता लगा तो उन्होंने 5 किलो बीज मंगवाया और किसानो को दिया जिसके बाद आज बड़े पैमाने पर किसान इस धान की खेती से जुड़ गए है l भदोही जिले के कृषि विभाग में तैनात उप कृषि निदेशक ने बताया की शोध में पाया गया है की इस चावल में जो काले रंग का होता है इसमें कई गुण है  इसमें एंटीआक्सीडेंट ,एंटी कैंसर और एंटी डायबिटिक है l उन्होंने बताया की किसानो की आय कई गुना बढ़ाने में यह धान कारगर है मौजूदा समय में अब भदोही के कई किसान इसकी खेती से जुड़ चुके है l Conclusion: इतने ढेर सारे लाभकारी गुणों से भरपूर इस चावल के दाम बाजार में अभी साढ़े चार सौ रुपया किलो के करीब है जो इस समय बहुत ही कम जगहों पर उपलब्ध है क्योकि इससे जुडी खेती कम ही किसान  कर रहे है हलाकि अब भदोही में कई किसानो ने इसका प्रयाप्त बीज तैयार कर लिया है जो आने वाले समय में अब बड़े पैमाने पर खेती करेंगे l किसानो का कहना है की एंटी शुगर ब्लैक राइस की खेती में लागत न के बराबर है इसमें किसी भी तरह की रासायनिक खाद का प्रयोग नहीं होता और आम धान से इसकी पैदावार भी बहुत अच्छी है ऐसे में अब आने वाले समय में भदोही के किसान बड़े पैमाने पर इस चावल की पैदावार करने के प्लान में है l 
बाइट - राम अखबाल तिवारी    - किसान
बाइट - ए के सिंह   - उप कृषि निदेशक भदोही 
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