भदोहीः करीब ढाई दशक बाद भदोही नगर पालिका का भूगोल बदल गया है. प्रदेश की कैबिनेट की मंजूरी के बाद आसपास के सीमा विस्तार से शहर की सूरत और आबादी दोनों बदल जाएगी. नगर पालिका में 42 गांवों की सीमा को शामिल किया जाएगा. इसके सीमा विस्तार के परिसीमन की अधिसूचना कई महीने पहले जारी कर, इसके लिए आपत्ति मांगी गई थी. इसके बाद सिर्फ कैबिनेट की मंजूरी के मंजूरी मिलनी बाकी थी. नगर का विस्तार होने से नगर क्षेत्र की आबादी करीब दो लाख तक पहुंच जाएगी. इससे केंद्र सरकार की कई महत्वपूर्ण योजनाओं का भी लाभ मिल सकेगा.
1994 में जनपद सृजन होने पर नगर पालिका परिषद भदोही का गठन हुआ था. उस दौरान नगर के वार्डों की संख्या 16 थी, लेकिन बाद में 25 हो गई. शहर की आबादी लगातार बढ़ती जा रही थी. गांव से आने वाले लोग भी शहरी क्षेत्र में मकान बनाकर रहने लगे. पूर्ववर्ती सरकारों में ही नगर पालिका के सीमा विस्तार की कवायद शुरू हुई, लेकिन बात नहीं बनी. सूबे में भाजपा की सरकार बनने के बाद नगर पालिका के सीमा विस्तार की कवायद फिर जोर पकड़ने लगी थी.
प्रदेश की योगी सरकार ने नगर पालिका के सीमा विस्तार को लेकर जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी थी. बोर्ड की बैठक में फिर से प्रस्ताव पास कराकर शासन को भेजा गया. इसके बाद नगर पालिका और राजस्व विभाग की मशक्कत के बाद सीमा विस्तार का खाका तैयार हो सका. शहर के आसपास के 42 गांवों को आंशिक और पूर्ण रूप से नगर पालिका की सीमा में शामिल कर लिया गया. विस्तार के बाद शहर की आबादी करीब दो लाख हो जाएगी. नगर से सटे पिपरिस, हरियांव, रामरायपुर, फत्तूपुर, रजपुरा कॉलोनी, जमनीपुर कालोनी, कंसरायपुर समेत कुल 42 गांव शामिल किए जाएंगे.
नगर का क्षेत्र बढ़ने से आबादी भी बढ़ जाएगी. इससे केंद्र सरकार की तमाम योजनाओं का लाभ शहरियों को मिलेगा. इसमें सबसे पहले अमृत योजना का लाभ मिलेगा. इससे सड़क, मीठा पानी, पार्क, सीवरेज सिस्टम समेत पेयजल की व्यवस्था बेहतर होगी.