भदोही: जिले में बीते 20 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी. इस मामले में एआईएमआईएम पार्टी के जिला अध्यक्ष समेत तीन उपद्रवियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की गई है. एडवाइजरी बोर्ड ने तीनों पर एनएसए लगाने की स्वीकृति दे दी है. इस मामले में बोर्ड के समक्ष डीएम और एसपी ने अपना पक्ष रखा था, जिसके बाद एडवाइजरी ने एनएसए के तहत कार्रवाई करने की अनुमति दे दी है.
प्रदर्शन के दौरान हुई थी हिंसा
भदोही शहर में बीते 20 दिसंबर को धारा 144 लागू होने के बावजूद बिना अनुमति के बड़ी संख्या में लोगों ने सीएए के विरोध में जुलूस निकाला था. इस दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव के साथ ही जमकर हंगामा किया था. इसमें जिले के एसएचओ समेत छह पुलिसकर्मी घायल हुए थे. मामले में पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर भी दर्ज की थी.
तीन लोग बनाए गए थे मुख्य आरोपी
इस संबंध में कई लोगों की गिरफ्तारी भी की गई. इस उपद्रव के मामले में पुलिस ने AIMIM पार्टी के जिलाध्यक्ष तनवीर हयात और ताबिश अयान, आशिक अंसारी को मुख्य आरोपी बनाया गया था.
पुलिस के मुताबिक यह तीनों इस हिंसा के मुख्य सूत्रधार थे. इस मामले में अब इन तीनों पर एनएसए की कार्रवाई की गई है. जिला प्रशासन ने नेशनल सिक्योरिटी एक्ट से संबंधित रिपोर्ट शासन को प्रेषित की थी. इस मामले में एडवाइजरी बोर्ड के सामने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक पेश हुए थे, जिसके बाद एडवाइजरी बोर्ड ने तीनों पर एनएसए की स्वीकृति दे दी है.
जिले में इससे पहले मॉब लिचिंग के मामले में एक व्यक्ति पर एनएसए के तहत कार्रवाई की गई थी. सीएए विरोध के मामले में यह प्रदेश में अब तक की पहली सबसे बड़ी कार्रवाई है.
इन तीनों ने ही भीड़ को उकसाया था. इनको 12 जनवरी को निरुद्ध किया गया था, जिसकी पूरी रिपोर्ट शासन को भेज दी गई थी. इस रिपोर्ट को 12 फरवरी को एडवाइजरी बोर्ड ने स्वीकृत किया था. जिसके बाद 24 फरवरी को तीनों अभियुक्तों पर एनएसए की कार्रवाई को कंफर्म कर दिया गया.
-राजेन्द्र प्रसाद, जिलाधिकारी