संतकबीरनगर: जनपद के खलीलाबाद ब्लाॅक क्षेत्र तामेश्वर नाथ में ग्रामप्रधान पति द्वारा 10 सालों से पंचायत भवन पर कब्जा कर लिया गया है. ग्रामप्रधान पति ने इसमें प्राइवेट क्लीनिक भी खोल दिया है. मामले की जानकारी होने के बावजूद अधिकारी पंचायत भवन खाली नहीं करा पा रहे हैं. इससे ग्राम पंचायत में होने वाली बैठकें सिर्फ कागजी साबित हो रहीं हैं.
बता दें कि यूपी में योगी सरकार बनने के बाद सरकार ने फरमान जारी किया था कि सरकारी भवन अगर कोई कब्जा हो तो उसे तत्काल खाली कराया जाए. साथ ही सरकारी योजनाओं के लिए ही भवनों का उपयोग किया जाए. इसके बावजूद संत कबीर नगर जिले के तामेश्वर नाथ गांव में ग्रामप्रधान ने खुद पंचायत भवन पर कब्जा कर लिया है.
यह भी पढ़ें : संतकबीरनगर में दूसरे की TGT परीक्षा देता साल्वर गिरफ्तार
यह कब्जा एक 2 सालों से नहीं बल्कि पिछले 10 सालों से है. बता दें कि पूर्व प्रधान रहे नरेंद्र देव भारती ने अपने कार्यकाल में कई बार अधिकारियों और कर्मचारियों से पंचायत भवन खाली कराने को लेकर शिकायती पत्र दिया है लेकिन रसूख के चलते राम सुरेश पासवान नामक व्यक्ति पंचायत भवन को खाली नहीं कर रहा है.
इसमें बाकायदा प्राइवेट क्लीनिक खोलकर झोलाछाप डॉक्टर बनकर बैठा हुआ है. 2021 के पंचायत चुनाव में राम सुरेश गांव का प्रधानी लड़ा और ग्राम प्रधान हो गया. इसके बाद रसूख और बढ़ा तो उसने अपनी प्राइवेट क्लीनिक को पंचायत भवन में और बड़ा कर दिया.
पंचायत भवन में रोज सैकड़ों मरीजों का इलाज करता है. शिकायत के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी पंचायत भवन को खाली कराने की जहमत नहीं उठा रहे हैं. जब इस पूरे मामले में ग्राम प्रधानपति राम सुरेश पासवान से बात की गई तो उसने मामले से पल्ला झाड़ दिया.
पूरे मामले में जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया कि मीडिया के माध्यम से जानकारी लगी है कि पंचायत भवन पर ग्राम प्रधान द्वारा कब्जा किया गया है. मामले में अधिकारियों को निर्देशित किया गया है. जल्द ही पंचायत भवन को खाली करा लिया जाएगा.