संत कबीर नगर: सर्व शिक्षा अभियान चलाकर शिक्षा विभाग भले ही पूरे प्रदेश में छात्रों की संख्या बढ़ने के दावे कर रही हो पर यह दावे संत कबीर नगर में पूरी तरह से फेल होता नजर आ रहा है. बघौली ब्लॉक में स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय मेहनिया बिना छात्रों के चल रहा है. विभाग ने यहां चार शिक्षकों की तैनाती कर रखी है जो कभी स्कूल में नजर ही नही आते हैं. इतना ही नही, यह विद्यालय भैस बांधने का तबेला बना हुआ है. ग्रामीणों का कहना है कि, शिक्षकों की विद्यालय पर नामौजूदगी के कारण आज इस विद्यालय में एक भी बच्चे पढ़ने नहीं आते और इस विद्यालय में हमेशा ताला लटका रहता है.
पूरा मामला संत कबीर नगर जिले में स्थित बघौली ब्लाक का है, जहां पर स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय मोहनिया बिना छात्रों के ही चल रहा है लेकिन विभाग ने इस विद्यालय पर बच्चों को पढ़ाने के लिए 4 शिक्षकों की तैनाती की है. विद्यालय में छात्र ना होने के कारण सरकार की ''सर्व शिक्षा अभियान, सब पढ़े सब बढ़ें'' के दावे पूरी तरह से फेल नजर आ रहे हैं. विद्यालय में छात्रों की संख्या न होने के कारण यहां पर तैनात शिक्षक भी कभी-कभार ही नजर आते हैं. जिससे इस विद्यालय पर हमेशा ताला लटका रहता है और गांव में नौनिहालों के भविष्य पर खतरा भी मंडराने लगा है.
ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षकों के विद्यालय पर समय से न आने के कारण अपने बच्चों को लोग अब इस विद्यालय में पढ़ने के लिए नहीं भेजते जिससे आज यह विद्यालय पूरी तरह से छात्र विहीन हो गया जो कहीं ना कहीं सर्व शिक्षा अभियान की पूरी तरह से पोल खोल रहा है. वहीं इस विद्यालय पर तैनात 4 शिक्षक भी हर महीने सरकार के खजाने का लाखों रुपए का चूना लगा रहे हैं. जब इस मामले में ईटीवी भारत ने बेसिक शिक्षा अधिकारी सत्येंद्र सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि मामले की जानकारी होने पर तुरंत खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया है. इस मामले में विद्यालय पर तैनात शिक्षकों की कमी पाई गई. मामले की जांच करा कर 2 शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी.