संतकबीर नगर: जिले के महिला थाने में नवविवाहित जोड़े ने अपने परिजनों से जान के खतरे की बात कही थी. थाने की एसओ ने दोनों के परिजनों को थाने बुलाया. लड़की के परिजनों ने थाने आने से इनकार कर दिया, जबकि लड़के के परिजन थाने पहुंचे और एसओ के समझाने पर उन्होंने नवविवाहित जोड़े को अपना लिया है. इसके बाद एसओ ने थाने में दोनों की फिर से शादी कराई.
तीन साल से चल रहा था प्रेम प्रसंग
गोरखपुर जिले की रहने वाली सरिता का तीन सालों से संतकबीर नगर के अरविंद से प्रेम प्रसंग चल रहा था. बताया जा रहा है कि सरिता की भाभी का अरविंद भाई है. जब दोनों ने अपने परिजनों से शादी की बात की, तो वे राजी नहीं हुए. इसके बाद दोनों ने घर से भागकर मंदिर में शादी कर ली.
सरिता ने दिखाया हौसला
शादी की बात दोनों के परिजनों को पता चली. उन्होंने इस शादी का विरोध किया. इसके बाद सरिता ने संतकबीर नगर के महिला थाने में परिजनों से जान का खतरा होने की बात कही. थाने की एसओ डॉ. शालिनी सिंह ने मामले की गंभीरता को समझा. उन्होंने दोनों के परिजनों को थाने बुलाया. इस पर लड़के के परिजन थाने पहुंच गए, लेकिन सरिता के परिजनों ने आने से इनकार कर दिया.
थाने में कराई गई दोबारा शादी
एसओ ने अरविंद के परिजनों को समझाया कि दोनों बच्चे बालिग हैं और उन्हें अपना जीवन साथी चुनने का पूरा हक है. एसओ की बात सुनकर अरविंद के परिजनों ने दोनों को अपना लिया. इसके बाद अरविंद के परिजनों के सामने थाने में ही दोनों की दोबारा शादी कराई गई.
शादी से खुश है लड़के के परिजन
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए एसओ डॉ. शालिनी सिंह ने बताया कि एक नवविवाहित जोड़े ने थाने में मदद की गुहार लगाई थी. जोड़े ने अपने परिजनों से जान के खतरे की बात कही थी. इसके बाद दोनों के परिजनों को समझाया गया. लड़के के परिजन शादी से खुश हैं. इसके बाद दोनों की थाने में ही पूरे रीति-रिवाज के साथ दोबारा शादी कराई गई.