संतकबीरनगर: जिले में बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. बारिश और ओलावृष्टि के बाद खेतों में पड़ी उनकी फसल बर्बाद हो गयी है. एक तो कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते लागू लॉकडाउन के कारण पूरा जनजीवन प्रभावित है वहीं बे-मौसम बरिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है.
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जिले में हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. इस ओलावृष्टि से किसानों के सब्जियों की खेती पूरी तरह से बर्बाद हो गयी. जिले के निचले इलाके में लगभग 30 फीसदी लोग सब्जियों की खेती पर निर्भर रहते हैं. वहीं कुछ किसानो की गेहूं की फसल भी इस बारिश और ओलावृष्टि में तबाह हो गयी.
किसानों का कहना है कि, बे-मौसम बरसात और ओलावृष्टि ने सब्जी की फसल के साथ-साथ गेहूं की फसल को भी काफी नुकसान पहुंचाया है. जिन्होंने अपनी फसल काटकर खेत में छोड़ रखी थी ओलावृष्टि और तेज हवाओं ने उसे पूरी तरह बर्बाद कर दिया. भींग जाने के कारण गेहूं के दाने काले पड़ गए हैं और अब उन्हें बाजार में कोई नहीं खरीदेगा.
ऐसे ही सब्जियों की खेती पर ओलावृष्टि और बारिश से भारी प्रभाव पड़ा है. किसानों का कहना है कि, सब्जियों के पौधों पर फूल लगे हुए थे जो ओलावृष्टि के कारण झड़ गए जैसे भिंडी, बोड़ा, तरोई, लौकी आदि की फसल काफी प्रभावित हुई है. वही प्याज की फसल को भी नुकसान पहुंचा है.