संत कबीर नगर: जिले के मेंहदावल विधानसभा क्षेत्र के बेलौली गांव में प्रशासन द्वारा की गई बुलडोजर की कार्रवाई को गलत बताते हुए विधायक अनिल त्रिपाठी ने डीएम से नाराजगी जताई है. पीड़ित पक्ष को सोमवार को कलेक्ट्रेट लेकर पहुंचे विधायक ने सिस्टम पर सवाल खड़ा करते हुए पीड़ित के विरोध में की गई कार्रवाई को गलत बताते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.
विधायक अनिल त्रिपाठी के मुताबिक, एक पूर्व जनप्रतिनिधि के इशारे पर कुछ कर्मियों और अधिकारियों ने अनुचित लाभ लेने के लिए एक गरीब व्यक्ति की दीवार को गिरा दिया. उन्होंने कहा कि जमीन पीड़ित की खुद की थी, जिसका उसने बैनामा कराया था. उस पर निर्माण के लिए चकबंदी विभाग के अफसर से अनुमति भी ले रखी थी. जब उसने निर्माण कराना शुरू कर दिया, तब यही विभागीय लोग उसकी दीवार गिराने बुलडोजर लेकर पहुंच गए.
उन्होंने कहा कि कर्मियों और अधिकारियों ने नियमों की अवहेलना की है. किसी भी निर्माण को ढहाने की जो प्रक्रिया होती है, उसके पहले संबंधित पक्ष को नोटिस जारी होता है. लेकिन, विभागीय अधिकारियों ने बिना नोटिस दिए ही एक गरीब के अरमानों पर बुलडोजर चलाया है, जो एक अक्षम्य अपराध के समान है.
बता दें कि बेलौली गांव निवासी दूधनाथ तिवारी उर्फ भकालू ने अपनी पुश्तैनी जमीन पर बाउंड्रीवॉल कराई थी, जिसे स्थानीय प्रशासन से मिलकर उसकी पक्की चार दीवारी को जेसीबी से रविवार को गिरवा दिया गया था. इसकी जानकारी होने पर विधायक अनिल त्रिपाठी आज पीड़ित को लेकर डीएम महेंद्र सिंह तवंर के पास पहुंचे थे. विधायक अनिल त्रिपाठी ने बताया कि डीएम ने जांच के आदेश देते हुए आश्वासन दिया है कि यदि पीड़ित के साथ गलत हुआ होगा तो उसके नुकसान की भरपाई प्रशासन करेगा. डीएम ने कहा कि मामला संज्ञान में है. मामले की जांच के लिए एडीएम और एक अन्य अधिकारी को लगाया गया है. मामले में जो भी पक्ष दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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