संत कबीरनगर: यूपी पुलिस पर रिश्वतखोरी के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन संत कबीरनगर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां की पुलिस एक कूपन पर दारू देने का फरमान दुकानदार को जारी करती है. वह शराब मंगवाने के लिए बकायदा एक कागज पर थाने की सरकारी मुहर लगाकर फरमान जारी करती है. जैसे किसी सरकारी आदेश की तामील करानी हो.
थाने की मुहर पर वसूलते हैं दारू की बोतल. ये किसी कंपनी का इनामी कूपन नहीं है, बल्कि दारू के लेनदेन में इस समय यह कूपन चलन में है. इसे दारू की कंपनी नहीं, बल्कि पुलिस ने जारी किया है. जिस पर फ्री शराब मिलती है. दअसल ये पूरा मामला जिले के महुली थाना क्षेत्र में आने वाले मुखलिसपुर पुलिस चौकी का है. यहां कूपन की शक्ल में एक पर्ची जारी की जाती है. जिस पर बाकायदा महुली थाने की मुहर लगाई जाती है और पुलिस चौकी के किसी पुलिस कर्मी के दस्तखत भी होते हैं. उस कूपन पर आदेश भी जारी किया जाता है कि इन्हें देसी दारू मुहैया करा दी जाए. वह भी फ्री. दुकान के मुनीम कहना है कि एक कूपन रोजना थाने की मुहर और अपना सिग्नेचर कर उसके पास भेजा जाता है. पीड़ित का कहना है कि कभी दो तो कभी चार बोतल फ्री में शराब देनी पड़ती है. जो कुछ बचत का पैसा होता है, वह साहब के सरकारी कूपन में फ्री शराब देने में चला जाता है.
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी को जांच कर पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.
-आशुतोष कुमार, आईजी रेंज, बस्ती