संत कबीर नगर: जिले में घाघरा के जलस्तर में बढ़ोतरी को देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. जिला प्रशासन घाघरा नदी से सटे 20 गांवों को खाली कराते हुए बंधा बचाने के प्रयास में जुटी हुई है.
आपको बता दें कि पिछले दिनों उत्तराखंड में हुए भारी बारिश के चलते हुए बाढ़ जैसे हालात हो गए थे, जिसके बाद उत्तराखंड से 7 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. इसके बाद संत कबीर नगर जिले को भी अलर्ट किया गया था. बीते बुधवार से ही घाघरा नदी के जलस्तर में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है, जिसको लेकर जिला प्रशासन बंधा बचाने के प्रयास में जुटा हुआ है. वहीं बंधे से सटे 20 गांव को खाली कराते हुए ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए रेस्क्यू टीमें लगाई गई हैं.
संत कबीर नगर जिले का तुरकौलिया बांध पहले से टूटने के कगार पर था. जैसे ही जिला प्रशासन को नदी में बढ़ोतरी की सूचना लगी, तो डीएम के साथ अन्य अधिकारी तुर्कवालिया बंदे पर पहुंच गए. बंधे के बचाव के लिए पत्थर के बॉर्डर डाले जा रहे हैं. वहीं अधिकारियों की तैनाती भी बंधे पर की गई है. लोगों को अलर्ट किया गया है कि बाढ़ को देखते हुए बंधे से सटे 20 गांव के लोग अपना घर खाली कर दें, जिससे बाढ़ की चपेट में आने से बच सकें.
पूरे मामले पर डीएम दिव्या मित्तल ने बताया कि उत्तराखंड में आए चक्रवात की वजह से घाघरा नदी के जलस्तर में काफी तेजी से बढ़ोतरी हो रहा, जिससे इलाके में बाढ़ की संभावना उत्पन्न हुई है. इसको लेकर बंधे पर अधिकारियों की ड्यूटी लगाते हुए नदी से सटे गांव को खाली कराया गया. जिला प्रशासन बाढ़ से निपटने के लिए तैयार हैं.