संभल: जिले में विश्वहिंदू परिषद ने समलैंगिक विवाह का विरोध किया है. विहिप और बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने समलैंगिक विवाह को हिंदू संस्कार विरोध बताया. सुप्रीम कोर्ट से इस केस को संज्ञान में न लेने और पूरा मामला देश की विधायिका संसद को सौंपने की मांग की है. इस संबंध में राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा गया है.
सोमवार को विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल से जुड़े तमाम पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने सदर तहसील के एसडीएम आफिस पर प्रदर्शन कर नारेबाजी की. विश्व हिंदू परिषद ने हिंदू विवाह स़ंस्कार पर समलैंगिकता को आघात बताया.
विहिप कार्यकर्ताओं ने इसे हिंदू विवाह संस्कार के लिए घातक बताया है. विहिप ने इस विषय को सामाजिक विषय बताते हुए मामले को संसद को सौंपने की अपील की है. वहीं, विहिप ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा है.
विश्व हिंदू परिषद के संभल नगर अध्यक्ष अतुल गुप्ता ने कहा कि समलैंगिकता हिंदू संस्कार विरोधी है इसलिए अपील है कि इसका सामाजिक रूप से समाधान निकाला जाए. इस मुद्दे का एकमत होकर हल निकाला जाए. उन्होंने कहा कि हिंदू संस्कारों की समाज हित में रक्षा की जानी चाहिए.
बता दें कि समलैंगिकता के मुद्दे पर हिंदू नेता और मुस्लिम धर्म गुरु एकमत होकर इसका विरोध कर रहे हैं. बहरहाल अब देखना यह होगा कि जिस तरह से समलैंगिक मुद्दे पर विरोध शुरू हो गया है इस पर आगे क्या होता है.
बहराइच में बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने सौंपा ज्ञापन
बहराइच में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने विहिप प्रान्त कार्याध्यक्ष राजदेव सिंह व विहिप जिलाध्यक्ष तरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. विहिप नगर संयोजक गौरव गुप्ता ने कहा कि भारत मे विवाह मात्र किसी स्त्री पुरूष से संयोजन मात्र नही बल्कि एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक मिलन है. इसके साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए. समलैंगिक विवाह को अगर मान्यता मिली तो यह राष्ट्र के लिए नुकसानदायक होगा. इस मौके पर नगर संयोजक बजरंग दल गौरव गुप्ता, विहिप विभागाध्यक्ष डॉ. राकेश दुबे, अजय सिंह, अजय सोनी, राजकुमार सोनी, नवीन, बृजेश मिश्रा, ओमप्रकाश शर्मा, विश्वामित्र आदि मौजूद थे.