संभल: जिले में शुक्रवार को प्रशासन ने एक मकान पर बुलडोजर चला दिया. मकान मालिक ने पुलिस प्रशासन पर परिवार को बंधक बनाकर बुलडोजर की कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. वहीं, प्रशासन कोर्ट के आदेश पर मकान को गिराने की बात कह रहा है.
शुक्रवार को चंदौसी कोतवाली क्षेत्र के फड़ियाई बाजार स्थित एक भवन पर प्रशासन ने भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में बुलडोजर चलाकर घर को गिरा दिया. इस दौरान पुलिस और प्रशासन को मकान मालिक के परिवार का विरोध झेलना पड़ा. मकान मालिक पालेंद्र कुमार का कहना है कि इस मकान में वह पिछले 90 साल से रह रहे हैं. लेकिन, प्रशासन ने आज उसके मकान को बिना नोटिस दिए गिरा दिया.
पालेंद्र कुमार ने आरोप लगाया कि पुलिस उनके बच्चों और सभी परिजनों को बंधक बनाकर उठाकर ले गए. इसके बाद घर पर बुलडोजर चला दिया. उन्होंने आगे बताया कि उनका कोर्ट में मामला चल रहा है. इसके बावजूद भी पुलिस और प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी और घर को गिरा दिया. वहीं, पालेंद्र कुमार की पत्नी सरला देवी रोते हुए कहती है कि वह 90 साल से भी ज्यादा समय से यहां अपने परिवार के साथ यहां रह रही हैं. पुलिस ने उन्हे बंधक बनाकर रखा हुआ है. कहीं भी जाने नहीं दे रहे है. सरला देवी ने आरोप लगाया कि उनकी हाई स्कूल में पढ़ने वाली मासूम बच्ची को भी पुलिस ले गई है.
नायब तहसीलदार अनुज कुमार ने बताया कि 28 नवंबर 2022 को एसडीएम कार्यालय से आदेश जारी हुआ था. जिसके तहत इस परिवार को भवन खाली करने का नोटिस दिया गया था. लेकिन, उन्होंने खाली नहीं किया. इसीलिए आज मकान गिराने की कार्रवाई की गई है.
इस मामले में चंदौसी एसडीएम रामकेश धामा ने बताया कि मकान पूरी तरह से जर्जर अवस्था में था. मकान के गिरने की आशंका बनी हुई थी. हालांकि, पूरा मकान जर्जर अवस्था में नहीं है जो हिस्सा जर्जर अवस्था में है उसी को गिराने के आदेश दिए गए थे. आज उस जर्जर हिस्से को गिराया गया है. मकान स्वामी से किसी प्रकार की कोई जोर जबरदस्ती नहीं की गई है. शांति व्यवस्था की दृष्टि से पुलिस बल को लगाया गया था.
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