संभल: यूपी की योगी सरकार के मौजूदा कार्यकाल का आखिरी बजट 22 फरवरी को पेश किया जाएगा. यूपी के इतिहास में पहली बार ऐसा होने जा रहा है जिसमें बजट पेपरलेस होगा और स्क्रीन देखकर बजट पढ़ा जाएगा. इस बजट से पूरे प्रदेश को ढेरों उम्मीदें हैं. बजट का आकार साढ़े पांच लाख करोड़ रुपए से अधिक रहने का अनुमान है. इस बजट को लेकर संभल के ग्रामीणों और किसानों से ईटीवी भारत की टीम ने बातचीत की. संभल की ग्राम पंचायत मिलक के हरद्वारी और शीशपाल सिंह ने बताया कि बढ़ती महंगाई, पेट्रोल और डीजल के आसमान छूते दाम और बेरोजगारी को ध्यान में रखते हुए यह बजट बनाया जाए. बजट में सबसे ज्यादा धान किसानों पर देना चाहिए.
उत्तर प्रदेश सरकार का वित्त वर्ष 2021 -22 का बजट 5.5 लाख करोड़ के आसपास हो सकता है. कोरोना महामारी से आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रही सरकार के सामने राज्य की ऋण ग्रस्तता राजस्व बचत राजकोषीय घाटे में संतुलन बनाने की चुनौती है. पिछले बजट का आकार 4 लाख 79 हजार 701 करोड़ 10 लाख रुपये (4,79,701,10 करोड़ रुपये) था.
पिछले कुछ महीनों से अर्थव्यवस्था पूर्व की स्थिति में आने के बावजूद राज्य की आय में करीब 60 हजार करोड़ तक कमी का अनुमान लगाया जा रहा है. ऐसे में सड़क, बिजली, एक्सप्रेस-वे, मेट्रो, एयरपोर्ट, छात्रवृत्ति और पेंशन जैसी भारी बजट वाली चालू योजनाओं और परियोजनाओं के साथ चुनावी वर्ष के लिए लुभावनी स्कीम के लिए बजट बंदोबस्त किस तरह हो इस पर माथापच्ची जारी है.