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Afghanistan Crisis: मुस्लिम और दलितों का हक छीनना चाहती है बीजेपी : शफीकुर्र रहमान बर्क - samajwadi party mp commented on bjp

सपा सांसद सांसद डॉ. शफीकुर्र रहमान बर्क ने भारत और तालिबान के बीच हुई वार्ता पर सवाल उठाए हैं. इससे पहले सांसद ने तालिबान के समर्थन में बयान दिया था, जिसके बाद देश भर में बवाल मच गया. क्या कुछ कहा सपा सांसद शफीकुर्र रहमान बर्क ने...पूरी खबर पढ़िए.. डॉ. शफीकुर्र रहमान बर्क

डॉ. शफीकुर्र रहमान बर्क
डॉ. शफीकुर्र रहमान बर्क
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Published : Sep 3, 2021, 8:18 PM IST

संभल : समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. शफीकुर्र रहमान बर्क के तालिबान पर दिए बयान पर विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है. सपा सांसद ने अब भारत के राजदूत और तालिबानी नेताओं की मुलाकात पर सवाल उठाए हैं. भारत और तालिबान की पहली बातचीत के बाद डॉ. शफीकुर्र रहमान बर्क ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि हमने तालिबान के विषय पर कुछ ऐसा कहा भी नहीं तो भी हमारे ऊपर राजद्रोह का मुकदमा लगा दिया गया. अब भारत सरकार के लोग दोहा में जाकर तालिबानियों से बातचीत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम कुछ कहें तो तो जुर्म है और वह कुछ करें तो कुछ नहीं. उन्होंने आगे कहा कि तालिबानियों से बातचीत करने वालों पर भी मुकदमा चलना चाहिए, या सिर्फ मुकदमा हमारे ही लिए हैं.

सांसद ने कहा कि चाहे मुझे जेल भेज दिया जाए या फांसी पर चढ़ा दिया जाए. मैं अपनी कौम और मजदूरों के लिए आवाज उठाता रहूंगा. बर्क ने कहा भारतीय जनता पार्टी संविधान बदलना चाहती है. मुस्लिम और दलितों का हक छीनना चाहती है. हम किसी भी कीमत पर संविधान से छेड़छाड़ नहीं होने देंगे. चाहे हमें इसके लिए कोई भी कुर्बानी देना पड़े, हम मजलूम दलितों और गरीबों के लिए आवाज उठाते रहेंगे.

डॉ. शफीकुर्र रहमान बर्क

बता दें, कि मंगलवार को भारत के राजदूत दीपक मित्तल ने दोहा में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई से मुलाकात की थी. भारत-तालिबान की प्रथम वार्ता भारतीय राजदूत और तालिबान नेता के बीच बैठक दोहा स्थित भारतीय दूतावास में तालिबान के अनुरोध पर हुई थी. वार्ता के दौरान अफगानिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और शीघ्र घर वापसी के विषय में चर्चा हुई. इस दौरान भारतीय राजदूत मित्तल ने कहा कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी भी तरह से भारत विरोधी गतिविधियों और आतंकवाद के लिए नहीं किया जाना चाहिए. भारत और तालिबान की इसी वार्ता पर सवाल उठाते हुए सपा सांसद ने बीजेपी को घेरा है.

  • Ambassador of India to Qatar, Deepak Mittal, met Sher Mohammad Abbas Stanekzai, the Head of Taliban’s Political Office in Doha. Discussions focused on safety, security & early return of Indian nationals stranded in Afghanistan: Ministry of External Affairs pic.twitter.com/BH6nQqayZm

    — ANI (@ANI) August 31, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इससे पहले भी सपा सांसद डॉ. शफीकुर्र रहमान बर्क ने तालिबान के समर्थन में बयान दिया था. जिसमें उन्होंने अफगानिस्तान में तालिबानी गतिविधियों को आजादी की लड़ाई बताया था. डॉ. शफीकुर्र रहमान बर्क ने कहा था, कि तालिबान अफगानी लोगों की अजादी की लड़ाई लड़ रहा है. अफगानिस्तान की आजादी उसका अपना मसला है. आखिर अफगानिस्तान में अमेरिकी हुकूमत क्यों? तालिबान वहां की ताकत है और अफगान लोग उसकी अगुवाई में आजादी चाहते हैं. उन्होंने कहा था कि तालिबान एक ताकत है, तालिबान ने अपने मुल्क में रूस और अमेरिका जैसे मजबूत देशों के पांव तक नहीं जमने दिए. सांसद के इसी बयान को लेकर देश भर में बवाल मचा हुआ है.


इसे पढ़ें- सपा सांसद शफीकुर्र रहमान बर्क ने अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे का किया समर्थन, बताया आजादी की लड़ाई

संभल : समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. शफीकुर्र रहमान बर्क के तालिबान पर दिए बयान पर विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है. सपा सांसद ने अब भारत के राजदूत और तालिबानी नेताओं की मुलाकात पर सवाल उठाए हैं. भारत और तालिबान की पहली बातचीत के बाद डॉ. शफीकुर्र रहमान बर्क ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि हमने तालिबान के विषय पर कुछ ऐसा कहा भी नहीं तो भी हमारे ऊपर राजद्रोह का मुकदमा लगा दिया गया. अब भारत सरकार के लोग दोहा में जाकर तालिबानियों से बातचीत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम कुछ कहें तो तो जुर्म है और वह कुछ करें तो कुछ नहीं. उन्होंने आगे कहा कि तालिबानियों से बातचीत करने वालों पर भी मुकदमा चलना चाहिए, या सिर्फ मुकदमा हमारे ही लिए हैं.

सांसद ने कहा कि चाहे मुझे जेल भेज दिया जाए या फांसी पर चढ़ा दिया जाए. मैं अपनी कौम और मजदूरों के लिए आवाज उठाता रहूंगा. बर्क ने कहा भारतीय जनता पार्टी संविधान बदलना चाहती है. मुस्लिम और दलितों का हक छीनना चाहती है. हम किसी भी कीमत पर संविधान से छेड़छाड़ नहीं होने देंगे. चाहे हमें इसके लिए कोई भी कुर्बानी देना पड़े, हम मजलूम दलितों और गरीबों के लिए आवाज उठाते रहेंगे.

डॉ. शफीकुर्र रहमान बर्क

बता दें, कि मंगलवार को भारत के राजदूत दीपक मित्तल ने दोहा में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई से मुलाकात की थी. भारत-तालिबान की प्रथम वार्ता भारतीय राजदूत और तालिबान नेता के बीच बैठक दोहा स्थित भारतीय दूतावास में तालिबान के अनुरोध पर हुई थी. वार्ता के दौरान अफगानिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और शीघ्र घर वापसी के विषय में चर्चा हुई. इस दौरान भारतीय राजदूत मित्तल ने कहा कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी भी तरह से भारत विरोधी गतिविधियों और आतंकवाद के लिए नहीं किया जाना चाहिए. भारत और तालिबान की इसी वार्ता पर सवाल उठाते हुए सपा सांसद ने बीजेपी को घेरा है.

  • Ambassador of India to Qatar, Deepak Mittal, met Sher Mohammad Abbas Stanekzai, the Head of Taliban’s Political Office in Doha. Discussions focused on safety, security & early return of Indian nationals stranded in Afghanistan: Ministry of External Affairs pic.twitter.com/BH6nQqayZm

    — ANI (@ANI) August 31, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इससे पहले भी सपा सांसद डॉ. शफीकुर्र रहमान बर्क ने तालिबान के समर्थन में बयान दिया था. जिसमें उन्होंने अफगानिस्तान में तालिबानी गतिविधियों को आजादी की लड़ाई बताया था. डॉ. शफीकुर्र रहमान बर्क ने कहा था, कि तालिबान अफगानी लोगों की अजादी की लड़ाई लड़ रहा है. अफगानिस्तान की आजादी उसका अपना मसला है. आखिर अफगानिस्तान में अमेरिकी हुकूमत क्यों? तालिबान वहां की ताकत है और अफगान लोग उसकी अगुवाई में आजादी चाहते हैं. उन्होंने कहा था कि तालिबान एक ताकत है, तालिबान ने अपने मुल्क में रूस और अमेरिका जैसे मजबूत देशों के पांव तक नहीं जमने दिए. सांसद के इसी बयान को लेकर देश भर में बवाल मचा हुआ है.


इसे पढ़ें- सपा सांसद शफीकुर्र रहमान बर्क ने अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे का किया समर्थन, बताया आजादी की लड़ाई

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