संभल: जिले में भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के जाम के ऐलान को पुलिस ने विफल कर दिया. जाम लगाने की कोशिश कर रहे 67 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. वहीं कई किसानों को पुलिस ने घरों पर नजरबंद कर दिया.
बता दें कि किसानों ने गन्ना का समर्थन मूल्य 450 रुपए प्रति क्विंटल घोषित करने की मांग को लेकर 2 फरवरी को प्रदेशव्यापी जाम का ऐलान किया गया था. किसानों के आह्वान पर पुलिस प्रशासन चौकन्ना नजर आया था. पुलिस किसान नेताओं पर लगातार नजरें जमाए रही.
गुरुवार को किसान नेताओं ने कैला देवी थाना इलाके के ग्राम खिरनी और नखासा थाना इलाके के दिल्ली रोड स्थित ग्राम देहपा पर जाम लगाने का ऐलान किया. इसके चलते पुलिस ने कई किसान नेताओं को उनके घरों पर ही नजरबंद कर दिया. कई किसान पुलिस को चकमा देकर जाम लगाने पहुंच गए. इस पर पुलिस ने 67 किसानों को हिरासत में ले लिया. सभी को बसों में बैठा लिया गया. आंदोलन का समय खत्म होने के बाद पुलिस ने सभी किसानों को छोड़ दिया.
हालांकि इस दौरान किसान नेताओं के हाथों में गन्ने दिखाई दिए जो वह अपने साथ लेकर आए थे. भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक असली के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी चौधरी संजीव गांधी ने बताया कि किसानों की प्रमुख समस्या गन्ना मूल्य घोषित करने की है. इसे सरकार ने अभी तक घोषित नहीं किया है. वहीं, दूसरी समस्या छुट्टा पशुओं की है जो किसानों की फसलों को उजाड़ रहे हैं लेकिन बावजूद इसके शासन-प्रशासन का इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं है. संगठन किसानों की आवाज उठा रहा है. उनकी मांगों को अनसुना किया जा रहा है. दो फरवरी को सड़क जाम करने का ऐलान किया था लेकिन पुलिस ने घरों में कैद कर दिया.
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