संभल: हमेशा से ही यूपी का संभल धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. जी हां क्योंकि यहां पुराणों के अनुसार कलयुग में भगवान श्री कल्कि का अवतार होना है. इसके चलते यहां की महत्ता और भी बढ़ जाती है. लेकिन, क्या आपको पता है कि पौराणिक नगरी के नाम से विख्यात संभल में एक कदंब का ऐसा वृक्ष भी है, जिसकी परिक्रमा करने से न सिर्फ मुरादें पूरी होती हैं, बल्कि संतान की प्राप्ति भी होती है.
दरअसल, संभल तहसील क्षेत्र में शहर से करीब 3 किलोमीटर दूरी पर बेनीपुर चक गांव (Benipur Chak Village) में श्री वंश गोपाल तीर्थ धाम (Shree Vansh Gopal Teerth Dham) है. यहां पर कदंब का वृक्ष स्थित है. कहा जाता कि यह कदंब का वृक्ष करीब 5000 वर्ष पुराना है. द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण कुंदनपुर से रुकमणी का हरण करके यहां लाए थे और इसी वृक्ष के नीचे रात्रि विश्राम किया था. तभी से कहा जाता है कि इस वृक्ष की परिक्रमा करने से जो भी श्रद्धालु मनौतियां मांगते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. साथ ही इस वृक्ष की परिक्रमा करने से 'वंश' की वृद्धि होती है, जिस कारण इस स्थान को श्री वंश गोपाल तीर्थ के नाम से जाना जाता है. दीपावली के बाद यहां फेरी परिक्रमा का आयोजन होता है, जिसमें देशभर से श्रद्धालु पूजा अर्चना करने के लिए आते हैं.
श्रद्धालु सत्य प्रकाश सिंह यादव ने बताया कि जिनके संतानें नहीं होती हैं, वह यहां आकर पूजा करते हैं और उनका वंश आगे बढ़ता है. इसी के चलते इसका नाम वंश गोपाल तीर्थ रखा गया है. कहा कि इस स्थान के आसपास जंगल ही जंगल है. ऐसे में यहां सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठते रहे हैं. हालांकि यहां पुलिस समय-समय पर चक्कर लगाती रहती है. लेकिन यह इंतजाम पर्याप्त नहीं है. क्योंकि यहां पर दूर-दराज से श्रद्धालु आते हैं. खासकर इसमें महिलाएं शामिल हैं. ऐसे में मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम के लिए उन्होंने शासन प्रशासन से मांग भी की है.
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