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सहारनपुर: कैसे कचरा से बनेगी खाद और मिलेगा रोजगार, प्रशिक्षण में दिए गए टिप्स

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Published : Dec 14, 2019, 9:08 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

यूपी के सहारनपुर में स्वच्छ भारत मिशन के तहत मंडलीय वर्कशॉप आयोजित की गई. वर्कशॉप में शासनादेश पर प्रियंका कुमार ने मंडल के तीनों जिलों के अधिकारियों और कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया.

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स्वच्छ भारत मिशन के तहत मंडलीय वर्कशॉप

सहारनपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत जिले में मंडलीय वर्कशॉप आयोजित की गई. वर्कशॉप में शासनादेश पर लखनऊ से आई प्रियंका कुमार ने मंडल के तीनों जिलों के अधिकारियों और कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया. इसके अंतर्गत सूखे और गीले कूड़े का निस्तारण किए जाने के बारे में बताया गया.

स्वच्छ भारत मिशन के तहत मंडलीय वर्कशॉप

ईटीवी भारत से बातचीत में क्षेत्रीय नगर एवं पर्यावरण अध्ययन केंद्र अधिकारी प्रियंका कुमार ने बताया कि हमारा उद्देश्य शहरों को डंपिंग मुक्त और स्वच्छ बनाना है. इसे लेकर कई योजनाओ पर विचार किया जा रहा है. सभी को स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के बारे में बताया गया है. इसके अलावा डिसेंट्रलाइज वेस्ट मैनेजमेंट अप्रोच और नगरीय क्षेत्रों में कूड़ा निस्तारण के बारे में भी जानकारी दी गई है.

यह भी पढ़ें: रेन गन सिंचाई से किसानों की बढ़ेगी लागत, जानें खूबियां

वर्तमान में शहर से निकला सारा कूड़ा डंपिंग ग्राउंड पर भेज दिया जाता है, लेकिन अब हम डिसेंट्रलाइज के जरिए सेंटरलाइज अप्रोच को बदलने जा रहे है. इसके अलावा सूखे कूड़े का निस्तारण किस तरह करना है. इसके लिए मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर बनाए जाएंगे. नियमानुसार तीन हजार घरों पर एक सेंटर बनेगा.

गीले कूड़े से किस तरह से खाद और बायो मैथिन बनाई जा सकती है. सूखे कूड़े को पेपर मिलों में बेचा जा सकता है. इसे लेकर जानकारी दी गई. इसके अलावा मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर के कंस्ट्रक्शन, डिजाइनिंग, टेक्निकल और इंप्लीमेंटेशन क्या होंगे. इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

सहारनपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत जिले में मंडलीय वर्कशॉप आयोजित की गई. वर्कशॉप में शासनादेश पर लखनऊ से आई प्रियंका कुमार ने मंडल के तीनों जिलों के अधिकारियों और कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया. इसके अंतर्गत सूखे और गीले कूड़े का निस्तारण किए जाने के बारे में बताया गया.

स्वच्छ भारत मिशन के तहत मंडलीय वर्कशॉप

ईटीवी भारत से बातचीत में क्षेत्रीय नगर एवं पर्यावरण अध्ययन केंद्र अधिकारी प्रियंका कुमार ने बताया कि हमारा उद्देश्य शहरों को डंपिंग मुक्त और स्वच्छ बनाना है. इसे लेकर कई योजनाओ पर विचार किया जा रहा है. सभी को स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के बारे में बताया गया है. इसके अलावा डिसेंट्रलाइज वेस्ट मैनेजमेंट अप्रोच और नगरीय क्षेत्रों में कूड़ा निस्तारण के बारे में भी जानकारी दी गई है.

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वर्तमान में शहर से निकला सारा कूड़ा डंपिंग ग्राउंड पर भेज दिया जाता है, लेकिन अब हम डिसेंट्रलाइज के जरिए सेंटरलाइज अप्रोच को बदलने जा रहे है. इसके अलावा सूखे कूड़े का निस्तारण किस तरह करना है. इसके लिए मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर बनाए जाएंगे. नियमानुसार तीन हजार घरों पर एक सेंटर बनेगा.

गीले कूड़े से किस तरह से खाद और बायो मैथिन बनाई जा सकती है. सूखे कूड़े को पेपर मिलों में बेचा जा सकता है. इसे लेकर जानकारी दी गई. इसके अलावा मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर के कंस्ट्रक्शन, डिजाइनिंग, टेक्निकल और इंप्लीमेंटेशन क्या होंगे. इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

Intro:सहारनपुर : प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत सहारनपुर में मंडलीय वर्क शॉप आयोजित की गई। इस वर्कशॉप में शासनादेश पर लखनऊ से आई प्रियंका कुमार ने मंडल के तीनों जिलों के शहरी क्षेत्रों से आये अधिकारियों एवं कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया है। इतना ही नही सूखे गीले कूड़े का निस्तारण किये जाने के बारे में जानकारी दी है। ईटीवी से बातचीत में उन्होंने बताया कि कार्यशाला के जरिये शहरों को डंपिंग मुक्त बनाना है। इसके लिए डी सेंट्रलाइज वेस्ट मैनेजमेंट से कूड़ा निस्तारण पर विचार विमर्श किया गया है।


Body:VO 1 - क्षेत्रीय नगर एवं पर्यावरण अध्यन केंद्र अधिकारी प्रियंका कुमार ने ईटीवी से बातचीत में बताया कि हम लोग अर्बन प्लानर पर काम कर रहे है। शनिवार को एक डिविजनल लेवल वन डे वर्कशॉप सहारनपुर मंडल की करने आए हैं जो कि स्वच्छ भारत मिशन पर निर्धारित है। इसमें सहारनपुर मंडल के तीनो जनपद से अभी नगर पालिका और निगम के अधिशासी अधिकारियो को बुलाया गया है। इस वर्कशॉप में स्वच्छ भारत मिशन के तहत कई योजनाओ पर विचार विमर्श किया है। स्वच्छ सर्वेक्षण 20-20 के बारे में बताया गया, इसके डिसेंट्रलाइज वेस्ट मैनेजमेंट अप्रोच और नगरीय क्षेत्रों में कूड़ा निस्तारण पर भी विचार किया गया।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में हम शहर से निकला सारा कूड़ा हम डंपिंग ग्राउंड पर भेज देते है। लेकिन अब हम सेंटरलाइज अप्रोच को बदलने जा रहे है। किस तरह से अब हमने इस अप्रोच को बदल डी सेंट्रलाइज्ड बनाना है, उस पर प्रजेंटेशन हुआ है। इसके अलावा सूखे कूड़े का निस्तारण किस तरह करना है, इसके लिए मैटीरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर बनाए जाएंगे। नियमानुसार 300 घरों पर एक सेंटर बनेगा। मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर के कंस्ट्रक्शन, डिजाइनिंग, टेक्निकल और इंप्लीमेंटेशन क्या होंगे इसका प्रिशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सूखे और गीले कूड़े का कैसे निस्तारण होगा, गीले कूड़े से किस तरह से खाद और बायो मैथिन बनाया जा सकता है। साथ ही सूखे कूड़े का कैसे निस्तारण कियाया जाना है इस सब विषयो पर सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्पूर्ण जानकारी दी है। कूड़ा उठान के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस प्रयोगशाला का मुख्य उद्देश्य सभी शहरों को डंपिंग ग्राउंड मुक्त बनाना है। इसके लिए घरों से निकलने वाले कूड़े से न सिर्फ खाद बनाई जाएगी बल्कि सूखे कूड़े को पेपर मिलो में बेच दिया जाएगा।


बाईट - प्रियंका कुमार ( क्षेत्रीय नगर एवं पर्यावरण अध्यन केंद्र अधिकारी )
बाईट - संजय कुमार ( सहायक नगर उपआयुक्त )


Conclusion:रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
9121293042
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Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
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