सहारनपुर: देवबंद से रविवार की सुबह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और यूपी एटीएस ने छापेमारी कर एक संदिग्ध युवक फारुख को हिरासत में लिया. सूत्रों के अनुसार, संदिग्ध किसी खूंखार आतंकी संगठन के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ा है. आठ घंटे की पूछताछ के बाद एनआईए की टीम ने फारुख को छोड़ दिया है. हालांकि वह अपने साथ फारुख का मोबाइल और अन्य डाक्यूमेंट्स ले गई है. फारुख को दारुल उलूम के पदाधिकारियों की सुपुर्दगी में दे दिया गया है. फारुख दारुल उलूम देवबंद का छात्र है.
जानकारी के अनुसार सुबह करीब चार बजे टीम देवबंद पहुंची और एक मदरसे में छापा मारकर एक युवक को हिरासत में लिया. फारुख कर्नाटक का रहने वाला है. बताया जा रहा है कि युवक फारुख कर्नाटक के आईएस माड्यूल के संपर्क में था. जांच पड़ताल में यह भी सामने आया है कि यह छात्र टेलीग्राम के जरिए आतंकी साहित्य का कई भाषाओं में अनुवाद करता था. देवबंद में रहकर एक मदरसे में पढ़ाई कर रहा था. फिलहाल एनआईए और यूपी एटीएस टीम पकड़े गए युवक से एक गुप्त स्थान पर पूछताछ कर रही है.
15 अगस्त से पहले NIA की बड़ी कार्रवाई
स्वतंत्रता दिवस से पहले NIA की इस कार्रवाई से तालीम की नगरी देवबंद का नाम एक बार फिर चर्चाओं में हैं. स्थानीय पुलिस का कहना है कि इस संबंध में अभी तक कोई जानकारी NIA ने उन्हें नहीं दी है.
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एटीएस और एनआईए के निशाने पर रहता है देवबंद
एटीएस और एनआईए की टीम देवबंद में दस्तक देती रहती है. 13 मार्च को भी देवबंद के एक हॉस्टल से इनामुलहक नामक युवक को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया था, जिससे पूछताछ में पता चला था कि वह राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में संलिप्त है और लश्कर के आतंकियों से जुड़ा है. 23 जून को एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने देवबंद में छापामारी कर मदरसा जकरिया से इस्लामी तालीम हासिल कर रहे रोहिंग्या छात्र मुजीबुल्लाह को हिरासत में लिया था. कोर्ट में पेश करने के बाद टीम उसे अपने साथ ले गई थी.
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