सहारनपुर: लाॅकडाउन के कारण सभी कामकाज ठप है. सभी मंदिरों के कपाट भी बंद है. ऐसे में मंदिरों के बाहर प्रसाद बेचकर गुजारा करने वाले गरीब भूखमरी की कगार पर आ गए हैं. जिले के सिध्दपीठ मां शाकम्भरी देवी धाम से पहले भैरव मंदिर के पास ऐसा ही दो गरीब परिवार भूखमरी की समस्या से जूझ रहा है. ये परिवार एक समय ही खाना खाकर गुजारा करने को मजबूर है.
मंदिर बंद होने से भूखे रह रहा परिवार
भैरव बाबा मंदिर के पास रमेश और मांगे राम का परिवार झोपड़ी में रहता है. सिध्दपीठ मां शाकम्भरी देवी के दर्शन को आने वाले श्रालुओं को ये गरीब परिवार प्रसाद बेचकर और भीख मांगकर अपनी रोजी रोटी चलाता था. लेकिन लाॅकडाउन के कारण मंदिर बंद होने की वजह से इनकी आमदनी भी ठप हो गई है. दोनों परिवार के सामने रोजी- रोटी का संकट आ गया है.
'नहीं मिल रही सरकारी मदद'
मंदिर के बाहर प्रसाद बेचने वाली मांगे राम की बेटी पारुल ने ईटीवी भारत से बताया कि एक बार एसडीएम आए थे. उस वक्त 5 किलो आटा, 1 किलो दाल, आधा लीटर तेल दिया गया था. लेकिन इसके बाद से कोई नहीं आया, और न ही ग्राम प्रधान की ओर से कोइ मदद मिल रही है. ऐसे में उन्हें भूखमरी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
एक समय खाना खाकर कर रहे गुजारा
रमेश ने बताया कि लाॅकडाउन के कारण मंदिर बंद हैं, जिससे प्रसाद की बिक्री भी बंद है. घर में खाने को भी बहुत ही कम राशन बचा है. इस कारण एक समय ही खाना खाकर वो गुजारा कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि घर में जल्द ही राशन खत्म होने वाला है. भूखमरी की समस्या से दोनों परिवार जूझ रहें हैं, लेकिन कहीं से भी कोई मदद नहीं मिल रही हैं.
लापरवाह अधिकारियों के कारण गरीबों को नहीं मिल रही सुविधाएं
लापरवाह अधिकारियों के कारण जिला मुख्यालय से 45 किलो मीटर दूरी रह रहे कुछ गरीबों को, सरकार की सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. जबकि प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के डीएम को हर जरूरतमंद तक खाद्य सामग्राी पहुंचाने का सख्त आदेश दिया है.