सहारनपुर: केंद्र सरकार ने यूपी के 13 शहरों को स्मार्ट सिटी योजना में शामिल किया था. इसके तहत चुने गए शहरों को स्मार्ट शहर के रूप में विकसित करने के लिए करोड़ों रुपये की धनराशि जारी की थी, लेकिन सरकार की घोषणा के बाद से अभी तक शहरों को स्मार्ट बनाने में खामियां देखने को मिल रही हैं. ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है सहारनपुर जिले में. इस शहर को भी 13 शहरों की सूची में शामिल किया गया था, लेकिन यहां व्यवस्थाएं जस की तस हैं.
बदहाल यातायात व्यवस्था पर नहीं जा रही सरकार की नजर
नगर में बिना ट्रैफिक लाइट के यातायात व्यवस्था इस कदर बदहाल है कि सड़कों पर न तो जेबरा क्रॉसिंग बने हैं और न ही ट्रैफिक लाइटें सुचारू ढंग से काम कर रही हैं. शहर को स्मार्ट बनाने की कवायद चल रही है, लेकिन इसे अभी तक जाम से मुक्त नहीं कराया जा सका है.
स्मार्ट सिटी में ट्रैफिक लाइटें पड़ी हैं बंद
शहर में ट्रैफिक लाइटें तो लगी हैं, लेकिन महज दिखावे के लिए. ट्रैफिक लाइटों के बंद होने की वजह से सड़कों पर जाम की स्थित बनी रहती है. स्थित यह है कि जाम के कारण एंबुलेंस तक को रास्ता नहीं मिल पाता है और गंभीर मरीज इस जाम की चपेट में आकर जिंदगी मौत से दो चार होते हैं. शहरवासियों को आशा है कि सरकार स्मार्ट सिटी भले न बनाए पर बदहाल व्यवस्थाओं से निजात दिला दे.
ट्रैफिक व्यवस्था को देखते हुए पर्याप्त मात्रा में ट्रैफिक पुलिसकर्मी मौजूद हैं, सुगमता से ट्रैफिक चलता रहे, इसके लिए डायवर्जन प्लान भी हैं. खराब पड़ी ट्रैफिक लाइट्स को लेकर नगर निगम को पत्र लिखा गया है, आने वाले कुछ ही महीनों में ट्रैफिक लाइट्स पूरी तरह से चालू हो जाएंगी.
-प्रेमचंद, एसपी ट्रैफिक