सहारनपुर: एक ओर पीएम मोदी टैक्स रोकने के लिए ऑनलाइन सिस्टम लागू कर रहे हैं, बावजूद इसके टैक्स चोरी के मामले रुकने का नाम नही ले रहे हैं. ताजा मामला पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर का है, जहां शराब फैक्टरी में 100 करोड़ से ज्यादा की टैक्स चोरी की गई है. थाना कोतवाली देहात इलाके के टपरी में स्थित कॉपरेटिव लिमिटेड देसी शराब फैक्ट्री में टैक्स चोरी पकड़ी गई है. इस मामले में जहां 8 मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार जेल भेज दिया गया है, वहीं मामले की जांच एसआईटी को दी गई है. खास बात ये है कि टैक्स चोरी यह मामला सहायक आबकारी आयुक्त जगराम पाल, फैक्ट्री मालिक प्रणय सिंह अनेजा और आबकारी इंस्पेक्टर अरविंद वर्मा की देखरेख में हुआ है. जिसके चलते आबकारी सहायक आयुक्त समेत इन सबकी गिरफ्तारी के भी प्रयास किए जा रहे हैं.
एसटीएफ ने किया टैक्स चोरी का खुलासा
सहारनपुर के थाना देहात कोतवाली इलाके के टपरी गांव में प्रणय सिंह अनेजा की कॉपरेटिव लिमिटेड नाम से शराब फैक्टरी है. यहां आबकारी अधिकारियों और फैक्टरी मालिक ने मिली भगत करके 100 करोड़ से ज्यादा की टैक्स चोरी की है. टैक्स चोरी की सूचना पर लखनऊ और मेरठ की एसटीएफ की टीम ने पिछले दिनों सहारनपुर की कॉपरेटिव शराब डिस्टलरी में छापेमारी की थी. जहां करीब 100 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी होने का खुलासा हुआ है. सहारनपुर के बाद एसटीएफ और आबकारी विभाग ने 5 अन्य जनपदों में अवैध तरीके से भंडार की गई शराब के गोदामों पर छापेमारी की. इस दौरान केवल उन्नाव के गोदाम में 1500 पेटी शराब मिली थी.
ऐसे होती थी टैक्स चोरी
जानकारी के मुताबिक टपरी की इस शराब फैक्टरी से हर रोज एक ट्रक शराब टैक्स चोरी करके बाहर भेजा जाता था, जिससे 32 लाख रुपये प्रतिदिन के हिसाब से टैक्स चोरी पकड़ी गई है. एसटीएफ टीम का अनुमान है कि एक साल में इस डिस्टलरी से 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की टैक्स चोरी की गई है. खास बात यह है कि टैक्स चोरी करके भारी मात्रा में शराब से भरे ट्रक निकालने में फैक्टरी मालिक और सहायक आबकारी आयुक्त समेत फैक्टरी के कई अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल हैं, इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.
18 के खिलाफ मुकदमा दर्ज
एसएसपी सहारनपुर डॉ. एस चन्नपा ने बताया कि टैक्स चोरी के मामले में सहायक आयुक्त आबकारी प्रवर्तन मेरठ मोहम्मद आरिफ जमील की तरफ से दो मुकदमे दर्ज कराए गए हैं. दोनों मुकदमों में सहारनपुर सहायक आबकारी आयुक्त जगराम पाल, फैक्टरी मालिक प्रणय सिंह अनेजा समेत 18 लोगों को नामजद किए गए हैं, जिनमे से 8 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जबकि सहायक आबकारी आयुक्त जगराम पाल, फैक्ट्री मालिक प्रणय अनेजा और आबकारी निरीक्षक अरविंद वर्मा की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी ने पूरी तैयारी कर ली है. जांच में यह भी पता चला है कि आबकारी इंस्पेक्टर अरविंद वर्मा फैक्ट्री में आते ही नहीं थे. उनके हस्ताक्षर और बिल व गेट पास उनके आवास पर जाकर ही जमा कराए जाते थे.
सेल्सहेड समेत इनकी हो चुकी है गिरफ्तारी
- कंपनी के सेल्सहेड उपेंद्र गोविंद राव
- गुलशेर
- बाटलिंग इंचार्ज हरिशरण तिवारी
- बारकोडिंग कंप्यूटर आपरेटर प्रदीप राठी
- केमिस्ट अरविंद कुमार सिंह
- ट्रांसपोर्टर जयभगवान शर्मा
इनके साथ संजय कुमार और मांगेराम त्यागी को भी जेल भेजा गया है.