सहारनपुर: जिले में चौथे दिन भी प्रवासी मजदूरों को लेकर ट्रेनों का संचालन किया गया है. 4 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को सहारनपुर स्टेशन से पूर्वांचल और बिहार के लिए रवाना किया गया है. दो ट्रेनों में बिहार के करीब 2500 श्रमिकों को न सिर्फ खाने-पीने की व्यवस्था की गई, बल्कि संक्रमण से बचाने के लिए स्टेशन और ट्रेनों को सैनिटाइज किया गया. शाम के वक्त श्रमिक स्पेशल ट्रेन में 1230 श्रमिकों को बैठाकर बिहार के कटिहार जिले भेजा गया है.
हजारों की संख्या में सहारपुर पहुंचे श्रमिक मजदूर
लॉकडाउन की वजह से लाखों करोड़ों मजदूर जान जोखिम में डालकर सड़क मार्ग से हजारों मील का सफर पैदल करने को मजबूर हैं. इसी क्रम में मंगलवार को हरियाणा, पंजाब समेत कई राज्यों में मजदूरी करने वाले हजारों बिहारी मजदूर सहारनपुर पहुंचे. सभी को जिला प्रशासन मेजर सेल्टर हाउस राधा स्वामी सत्संग भवन में क्वारंटाइन किया गया.प्रवासी श्रमिकों ने कंपनी मालिकों पर न सिर्फ गंभीर आरोप लगाए हैं, बल्कि प्रदेश में नौकरी न करने की बात भी कही है.
श्रमिकों ने कहा दूसरे प्रदेशों में नहीं करेंगे नौकरी
जिला प्रशासन के आग्रह पर संचालित की गई श्रमिक स्पेशल ट्रेन में बैठाकर उनके गृह जनपद भिजवाया गया. मंगलवार को बिहार और पूर्वांचल के लिए चार ट्रेन संचालित की गईं. इन ट्रेनों में 5000 से ज्यादा श्रमिकों को उनके गंतव्य तक भेजा गया है.
इस दौरान बिहारी श्रमिकों ने बताया कि लॉकडाउन के दिनों में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा है. मालिकों की बेरुखी के चलते भूखमरी के कगार पर पंहुच गए,जिसके चलते जान जोखिम में डालकर हजारों मील का सफर पैदल ही तय किया. श्रमिकों ने कहा कि हम अपने गांव, शहर में कुछ भी काम कर लेंगे, लेकिन दूसरे प्रदेश में मजदूरी करने नहीं आएंगे.
ट्रेन में सभी मजदूरों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था की गई. बीच रास्ते में खाने और पीने को जिम्मेदारी रेलवे विभाग की रहेगी. स्टेशन और ट्रेनों को पूरी तरह सैनिटाइज किया गया है.
-विनोद कुमार, एडीएम