सहारनपुर : जिला प्रशासन ने चीनी मिलों में गन्ने की पेराई बंद करने की घोषणा कर दी है. वहीं इस सूचना से किसान खेत में खड़ी गन्ने की फसल को लेकर काफी परेशान हैं. हालांकि जिला गन्ना अधिकारी आरआर त्रिपाठी ने किसानों के खेतों में खड़े एक-एक गन्ने के मिल में जाने के बाद ही मिलों को बंद कराने का दावा किया है.
क्या है पूरा मामला?
- जनपद सहारनपुर में कुल 6 चीनी मिलें हैं.
- एक उत्तम ग्रुप की शेरमऊ, दूसरी त्रिवेणी चीनी मिल देवबंद, तीसरी बजाज ग्रुप की चीनी मिल गागनोली और चौथी दया शुगर मिल गागलहेड़ी.
- इसके अलावा नानोता और सरसावा में कॉपरेटिव चीनी मिलें हैं.
- 23 अप्रैल तक कुल 436 लाख 69 हजार किंवटल गन्ने की पेराई की जा चुकी है.
- बजाज शुगर मिल में पेराई योग्य गन्ना लगभग समाप्त हो गया है.
- इसके चलते एक दो दिन के अंदर वह चीनी मिल बंद की जा रही है.
- हालांकि बजाज मिल को अभी तक नो केन सर्टिफिकेट नहीं दिया गया है.
- उधर दया शुगर मिल क्षेत्र में भी किसानों के खेतों से गन्ना खत्म होने की कगार पर है.
- वहां के किसानों को मिल बंद किये जाने की सूचना दे दी गई है, ताकि किसान अपने खेतों में खड़ी फसल को काटकर समय पर मिल में पहुंचा सकें.
जिले की सभी मिलों को सख्त निर्देश दे दिए गए हैं. जब तक किसानों के खेतों में खड़ी गन्ने की फसल मिलों में नहीं पहुंच जाती, तब तक मिल बंद नहीं होने दी जाएगी. कई इलाकों में अभी भी भारी मात्रा में गन्ने की फसल खेतों में खड़ी लहरा रही है.
- आरआर त्रिपाठी, गन्ना अधिकारी