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सहारनपुर : मिलों में गन्ने की पेराई बंद होने से बढ़ी किसानों की मुश्किलें

सहारनपुर में प्रशासन की ओर से गन्ने की पेराई बंद किए जाने से किसानों की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रहीं हैं. हालांकि जिला गन्ना अधिकारी का कहना है कि जब तक किसानों की सारी फसलें मिलों में नहीं पहुंच जाती हैं, तब तक मिलें बंद नहीं होंगी.

गन्ना किसानों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
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Published : Apr 23, 2019, 4:24 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

सहारनपुर : जिला प्रशासन ने चीनी मिलों में गन्ने की पेराई बंद करने की घोषणा कर दी है. वहीं इस सूचना से किसान खेत में खड़ी गन्ने की फसल को लेकर काफी परेशान हैं. हालांकि जिला गन्ना अधिकारी आरआर त्रिपाठी ने किसानों के खेतों में खड़े एक-एक गन्ने के मिल में जाने के बाद ही मिलों को बंद कराने का दावा किया है.

गन्ना किसानों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें

क्या है पूरा मामला?

  • जनपद सहारनपुर में कुल 6 चीनी मिलें हैं.
  • एक उत्तम ग्रुप की शेरमऊ, दूसरी त्रिवेणी चीनी मिल देवबंद, तीसरी बजाज ग्रुप की चीनी मिल गागनोली और चौथी दया शुगर मिल गागलहेड़ी.
  • इसके अलावा नानोता और सरसावा में कॉपरेटिव चीनी मिलें हैं.
  • 23 अप्रैल तक कुल 436 लाख 69 हजार किंवटल गन्ने की पेराई की जा चुकी है.
  • बजाज शुगर मिल में पेराई योग्य गन्ना लगभग समाप्त हो गया है.
  • इसके चलते एक दो दिन के अंदर वह चीनी मिल बंद की जा रही है.
  • हालांकि बजाज मिल को अभी तक नो केन सर्टिफिकेट नहीं दिया गया है.
  • उधर दया शुगर मिल क्षेत्र में भी किसानों के खेतों से गन्ना खत्म होने की कगार पर है.
  • वहां के किसानों को मिल बंद किये जाने की सूचना दे दी गई है, ताकि किसान अपने खेतों में खड़ी फसल को काटकर समय पर मिल में पहुंचा सकें.

जिले की सभी मिलों को सख्त निर्देश दे दिए गए हैं. जब तक किसानों के खेतों में खड़ी गन्ने की फसल मिलों में नहीं पहुंच जाती, तब तक मिल बंद नहीं होने दी जाएगी. कई इलाकों में अभी भी भारी मात्रा में गन्ने की फसल खेतों में खड़ी लहरा रही है.
- आरआर त्रिपाठी, गन्ना अधिकारी

सहारनपुर : जिला प्रशासन ने चीनी मिलों में गन्ने की पेराई बंद करने की घोषणा कर दी है. वहीं इस सूचना से किसान खेत में खड़ी गन्ने की फसल को लेकर काफी परेशान हैं. हालांकि जिला गन्ना अधिकारी आरआर त्रिपाठी ने किसानों के खेतों में खड़े एक-एक गन्ने के मिल में जाने के बाद ही मिलों को बंद कराने का दावा किया है.

गन्ना किसानों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें

क्या है पूरा मामला?

  • जनपद सहारनपुर में कुल 6 चीनी मिलें हैं.
  • एक उत्तम ग्रुप की शेरमऊ, दूसरी त्रिवेणी चीनी मिल देवबंद, तीसरी बजाज ग्रुप की चीनी मिल गागनोली और चौथी दया शुगर मिल गागलहेड़ी.
  • इसके अलावा नानोता और सरसावा में कॉपरेटिव चीनी मिलें हैं.
  • 23 अप्रैल तक कुल 436 लाख 69 हजार किंवटल गन्ने की पेराई की जा चुकी है.
  • बजाज शुगर मिल में पेराई योग्य गन्ना लगभग समाप्त हो गया है.
  • इसके चलते एक दो दिन के अंदर वह चीनी मिल बंद की जा रही है.
  • हालांकि बजाज मिल को अभी तक नो केन सर्टिफिकेट नहीं दिया गया है.
  • उधर दया शुगर मिल क्षेत्र में भी किसानों के खेतों से गन्ना खत्म होने की कगार पर है.
  • वहां के किसानों को मिल बंद किये जाने की सूचना दे दी गई है, ताकि किसान अपने खेतों में खड़ी फसल को काटकर समय पर मिल में पहुंचा सकें.

जिले की सभी मिलों को सख्त निर्देश दे दिए गए हैं. जब तक किसानों के खेतों में खड़ी गन्ने की फसल मिलों में नहीं पहुंच जाती, तब तक मिल बंद नहीं होने दी जाएगी. कई इलाकों में अभी भी भारी मात्रा में गन्ने की फसल खेतों में खड़ी लहरा रही है.
- आरआर त्रिपाठी, गन्ना अधिकारी

Intro:सहारनपुर : अप्रैल का महीना जाने को है और आसमान से बरसती आग जहां आमजन के लिए मुसीबत बनती जा रही है वहीं चीनी मिलों के बंद होने की सूचना से किसानों की मुश्किलें बढ़ने लगी है। चीनी मिलों ने पेराई बंद करने की घोषणा कर दी है। जिससे गन्ना किसानों को खेत मे खड़ी गन्ने की फसल की चिंता सताने लगी है। जबकि जिला गन्ना जिला गन्ना अधिकारी ने किसानों की खेतो में खड़ा एक एक गन्ना मिल में जाने के बाद ही मिलो को बंद कराने का दावा किया है। गन्ना अधिकारी आरआर त्रिपाठी ने बताया कि कई मिलो के क्षेत्र में लगभग पूरा गन्ना खत्म हो चुका है। लेकिन जिले भर के खेतों में खड़ी गन्ने की फसल का सर्वे कराकर मिलों पर तोल फ्री कर दिया है। यानी जिन किसानों का गन्ना खेतो में खड़ा है जब तक वह मिलो में नही जाएगा तब तक मिले बंद नही होने दी जाएगी।




Body:VO 1 - आपको बता दें कि जनपद सहारनपुर में कुल 6 चीनी मिलें है जिनमे एक उत्तम ग्रुप की शेरमऊ , , एक त्रिवेणी चीनी मिल देवबंद, तीसरी बजाज ग्रुप की चीनी मिल गागनोली, चौथी दया शुगर मिल गागलहेड़ी के अलावा नानोता और सरसावा में कॉपरेटिव चीनी मिलें है। जिनमे 23 अप्रैल तक कुल 436 लाख 69 हजार किंवटल गन्ने की पेराई की जा चुकी है। गन्ना अधिकारी आरआर त्रिपाठी ने बताया कि बजाज शुगर मिल में पेराई योग्य गन्ना लगभग समाप्त हो गया है। जिसके चलते एक दो दिन के अंदर वह चीनी मिल बंद की जा रही है। हालांकि बजाज मिल को अभी तक नो कैन सर्टिफिकेट नही दिया गया है। उधर दया शुगर मिल क्षेत्र में भी किसानों के खेतो से गन्ना खत्म होने के कगार पर है वहां के किसानो को मिल बंद किये जाने की सूचना दे दी गई। ताकि किसान अपने खेतों में खड़ी फसल को काटकर समय पर मिल में पहुंचा सके। इतना ही नही मिल में चल रहे तोल को कंट्रोल फ्री कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि जिले की सभी मिलो को सख्त निर्देश दे दिए गए है कि जब तक किसानो के खेतों में खड़ी गन्ने की फसल मिलो में नही पहुंच जाती तब तक मिल बंद नही होने दी जाएगी। क्योंकि कई इलाको में कभी भारी मात्रा में गन्ने की फसल खेतो में खड़ी लहरा रही है। हालांकि आसमान से बरस रही आग के चलते गन्ने की फसल की कटाई किसानों के लिए मुसीबत बनी हुई है।

बाईट - आरआर त्रिपाठी ( जिला गन्ना अधिकारी )


Conclusion:रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
9121293042
9759945153
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
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