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सहारनपुर : बच्चों में वायरल फीवर का कहर, चपेट में आया शहर

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में इन दिनों बच्चों में वायरल बुखार का कहर बरपा हुआ है. सरकारी अस्पतालों में बाल मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है. सरकारी अस्पतालों के बच्चा वार्ड में एक बिस्तर पर दो-दो बच्चों का इलाज किया जा रहा है.

सहारनपुर में बच्चों में वायरल बुखार का कहर
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Published : Aug 26, 2019, 11:37 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

सहारनपुर : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे कर रही है लेकिन सरकारी अस्पतालों में बढ़ती बाल मरीजों की संख्या ने सरकार के दावों की पोल खोल दी है. बच्चा वार्ड में एक बिस्तर पर 2-2 बच्चों का इलाज किया जा रहा है.

सहारनपुर में बच्चों में वायरल बुखार का कहर

विभागीय अधिकारियों की माने तो शिशु से लेकर 10 साल तक के बच्चे वायरल बुखार की झपेट में आ रहे है. इसका मुख्य कारण बारिश और साफ सफाई नहीं होना है. वही डॉक्टर का कहना है कि बुखार से निपटने के लिए तीन बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लगाई हुई है. जो 24 घंटे बच्चों का इलाज कर रही है. अस्पताल में भर्ती बच्चों का बेहतर इलाज किया जा रहा है.


जानिए क्या है पूरा मामला

  • बारिश के बाद वायरल बुखार का कहर बड़े बुजुर्गों में ही नहीं मासूम बच्चों में भी देखा जा रहा है.
  • सहारनपुर जिला अस्पताल में आये दिन 300 से ज्यादा बच्चे इलाज के लिए आ रहे है.
  • बच्चा वार्ड पूरी तरह से हाउसफुल चल रहा है. एक बिस्तर पर 2-2 बच्चों का इलाज किया जा रहा है.
  • बुखार के कहर से जहां मासूम बच्चों की जान पर आई हुई है, वहीं मां बाप को बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता सता रही है.
  • अस्पताल में भर्ती बच्चों के परिजनों का कहना है कि उनके बच्चों को बुखार के साथ उल्टी दस्त और चक्कर की शिकायत हो रही है. बच्चे का बुखार ठीक नहीं हुआ है और डॉक्टरों ने छुट्टी कर दी है.

बच्चों में वायरल बुखार हो रहा है. बुखार बिना दाने वाला है. इस बुखार के साथ खांसी, जुकाम और उल्टी दस्त की शिकायत हो जाती है. यह समस्या साफ सफाई नहीं रख पाने से होता है. इसके अलावा बारिश की वजह से आंखों में भी इन्फेक्शन हो रहा है.

डॉ. एसके वार्ष्णेय, सीएमएस

सहारनपुर : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे कर रही है लेकिन सरकारी अस्पतालों में बढ़ती बाल मरीजों की संख्या ने सरकार के दावों की पोल खोल दी है. बच्चा वार्ड में एक बिस्तर पर 2-2 बच्चों का इलाज किया जा रहा है.

सहारनपुर में बच्चों में वायरल बुखार का कहर

विभागीय अधिकारियों की माने तो शिशु से लेकर 10 साल तक के बच्चे वायरल बुखार की झपेट में आ रहे है. इसका मुख्य कारण बारिश और साफ सफाई नहीं होना है. वही डॉक्टर का कहना है कि बुखार से निपटने के लिए तीन बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लगाई हुई है. जो 24 घंटे बच्चों का इलाज कर रही है. अस्पताल में भर्ती बच्चों का बेहतर इलाज किया जा रहा है.


जानिए क्या है पूरा मामला

  • बारिश के बाद वायरल बुखार का कहर बड़े बुजुर्गों में ही नहीं मासूम बच्चों में भी देखा जा रहा है.
  • सहारनपुर जिला अस्पताल में आये दिन 300 से ज्यादा बच्चे इलाज के लिए आ रहे है.
  • बच्चा वार्ड पूरी तरह से हाउसफुल चल रहा है. एक बिस्तर पर 2-2 बच्चों का इलाज किया जा रहा है.
  • बुखार के कहर से जहां मासूम बच्चों की जान पर आई हुई है, वहीं मां बाप को बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता सता रही है.
  • अस्पताल में भर्ती बच्चों के परिजनों का कहना है कि उनके बच्चों को बुखार के साथ उल्टी दस्त और चक्कर की शिकायत हो रही है. बच्चे का बुखार ठीक नहीं हुआ है और डॉक्टरों ने छुट्टी कर दी है.

बच्चों में वायरल बुखार हो रहा है. बुखार बिना दाने वाला है. इस बुखार के साथ खांसी, जुकाम और उल्टी दस्त की शिकायत हो जाती है. यह समस्या साफ सफाई नहीं रख पाने से होता है. इसके अलावा बारिश की वजह से आंखों में भी इन्फेक्शन हो रहा है.

डॉ. एसके वार्ष्णेय, सीएमएस

Intro:सहारनपुर : यूं तो उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बच्चो को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे कर रही है लेकिन सरकारी अस्पतालों में बढ़ती बाल मरीजो की संख्या न सिर्फ सरकार के दावो की पोल रही है बल्कि स्वास्थ्य विभाग और स्वच्छता मिशन पर सवाल खड़े कर रही है। आलम यह है कि बच्चा वार्ड में एक बिस्तर पर 2-2 बच्चो का इलाज किया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों की माने तो शिशु से लेकर 10 साल तक के बच्चे वायरल बुखार की झपेट में आ रहे है। जिसका मुख्य कारण बारिश और साफ सफाई नही होना है।


Body:VO 1 - आपको बता दें कि इन दिनों बारिश के बाद वायरल बुखार का कहर बड़े बुजुर्गों में ही नही मासूम बच्चों में भी देखा जा रहा है। सहारनपुर की बात करें तो यहां जिला अस्पताल में आये दिन 300 से ज्यादा बच्चे इलाज के लिए आ रहे है। बच्चा वार्ड पूरी तरह से हाउसफुल चल रहा है। एक बिस्तर पर 2-2 बच्चो का इलाज किया जा रहा है। बुखार के कहर से जहां मासूम बच्चों की जान पर आई हुई है वहीं मां बाप को बच्चो के स्वास्थ्य की चिंता सता रही है। अस्पताल में भर्ती बच्चो के परिजनों का कहना है कि उनके बच्चो को बुखार के साथ उल्टी दस्त और चक्कर की शिकायत हो रही है। जिसके चलते मासूम बच्चों को अस्पताल में भर्ती कर नन्हे हाथों में ग्लूकोज के साथ दवाइयां चढ़ाई जा रही है। लगातार बच्चा मरीजो की बढ़ती संख्या के चलते स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। आये दिन 300 से ज्यादा बच्चे भर्ती किये जा रहे है और पहले भर्ती हुए बच्चो को आधे अधूरे इलाज के साथ छुट्टी कर घर भेजा जा रहा है। परिजनों का आरोप है कि उनके बच्चो का बुखार ठीक नही हुआ है और डॉक्टरों ने उनकी छुट्टी कर दी है। वायरल बुखार इतनी तेजी से फैल रहा है कि एक घर मे से 2-2, 3-3 बच्चे अस्पताल में भर्ती चल रहे है। जिला अस्पताल में बच्चो को लेकर आये परिजनों ने स्वास्थ्य सेवाओ पर सवाल खड़े किए है। उधर जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ एसके वार्ष्णेय ने ईटीवी से बातचीत में बताया कि आजकल बरसात जनित बीमारियो के मरीज सबसे ज्यादा आ रहे है। बच्चो में वायरल बुखार हो रहा है, जबकि बुखार बिना दाने वाला है। इस बुख़ार के साथ खांसी, जुकाम और उल्टी दस्त की शिकायत हो जाती है। उनका कहना है कि यह समस्या साफ सफाई नही रख पाने से आ रही है। इसके अलावा बारिश की वजह से आंखों में भी इन्फेक्शन हो रहा है। बुखार से निपटने के लिए तीन बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लगाई हुई है। जो 24 घन्टे बच्चो का इलाज कर रही है। सीएमएस साहब जहां बुखात पीड़ित बच्चो की संख्या में वृध्दि बता रहे है वहीं अस्पताल में भर्ती बच्चो को बेहतर इलाज का दावा कर रहे है।


बाईट - डॉ एसके वार्ष्णेय ( सीएमएस )


Conclusion:FVO - सहारनपुर जिला अस्पताल में डॉक्टरों की कमी तो पहले से ही चल रही है लेकिन बच्चा वार्ड में 1 बिस्तर पर 2-2 बच्चो का इलाज होना भी बड़ा सवाल है। ये हाल तब है जब कुछ दिन पहले ही सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ अस्पताल का निरीक्षण के बच्चा वार्ड की तारीफ कर चुके है।


रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
9121293042
9759945153
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
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