सहारनपुर: जिले में एक बार फिर धर्म परिवर्तन (Religion Conversion) का मामला सामने आया है. यहां साल 2010 में धर्म परिर्वतन के बाद युवक ने फिर से घर वापसी कर ली है. हालांकि, अब उसे अपनी जान का खतरा महसूस हो रहा है. उसने एसपी सिटी (SP City) से सुरक्षा की गुहार लगाई है.
घर वापसी करने वाला युवक नितिन पंत जो कल तक अली हसन था उत्तराखंड (Uttrakhand) के नैनीताल जिले स्थित तल्लीताल का रहने वाला है. उसने बताया कि साल 2010 में नितिन काम की तलाश में राजस्थान (Rajasthan) के भिवाड़ी गया था. उस वक्त उसे काम तो नहीं मिला, लेकिन कुछ लोग ऐसे मिल गए जो उसे मेवात के पंचगावा ले गए. युवक का आरोप है उन लोगों ने उस पर जबरन धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाया. शादी, रुपये, नौकरी और घर का प्रलोभन दिया. हालांकि, नितिन ने जब धर्म परिवर्तन करने से मना कर दिया तो उसको डराया-धमकाया गया और उसकी पिटाई भी की गई. आरोप है कि उसको धमकी दी गई कि यदि उसने धर्म परिर्वतन नहीं किया तो वो लोग उसके परिजनों की हत्या कर देंगे. नितिन का कहना है कि कुछ लोगों ने उसको बंदूक दिखाकर डराया, जिसके बाद उसने धर्म परिर्वतन कर लिया. इसके बाद उसका नाम अलीहसन रख दिया.
धर्म परिवर्तन के बाद अलीहसन ने मौलवी से शादी कराने की गुजारिश की. इस पर उसे हिंदू लड़कियों को अपने प्रेमजाल में फंसाने की तरकीब बताई गई. कहा गया कि उन लड़कियों का भी धर्म परिवर्तन कराएं. जब उसने ऐसा करने से मना किया तो उसे कमरे में बंद रखा जाने लगा. आरोप है कि कई-कई दिन तक उसे भूखा रखा जाता था. धर्म परिवर्तन करवाने के बाद उसे जबरदस्ती इस्लामिक शिक्षा और तौर तरीके सीखने के लिए मुजफ्फरनगर स्थित एक मदरसे में भेजा गया. उसे सहारनपुर उमाहि कोटा गांव के मदरसे में रखा गया, जहां से वह कुछ दिन पहले भाग निकला. इस दौरान उसने हिंदू संगठन से जुड़े निपुण भारद्वाज को आपबीती बताई और घर वापसी की बात कही.
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बजरंग दल (Bajrang Dal) के नेता निपुण भारद्वाज का कहना है कि नितिन पंत के साथ बहुत गलत हुआ. नितिन को कुछ जिहादी सोच के लोगों ने जबरन धर्म परिवर्तन करवाया है. ऐसे लोगों पर सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. हालांकि, निपुण भारद्वाज और बालाजी घाट के संचालक अतुल तुली ने अलीहसन का नाम फिर नितिन करवाएंगे. नितिन ने धर्म परिवर्तन की जानकारी एसपी सिटी राजेश कुमार को दे दी है. उनसे कानूनी कार्रवाई के लिए लिखित प्रार्थना पत्र भी दिया है.