सहारनपुर: पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है. इसका असर त्योहारों पर भी देखने को मिल रहा है. सरकार की ओर से भी सभी त्योहार घर पर ही मनाने के निर्देश दिए जा रहे हैं. इसके चलते इस बार सहारनपुर में भव्य रूप से होने वाला रावण दहन प्रतीकात्मक रूप से किया जाएगा. बता दें कि सहारनपुर में होने वाले रावण दहन में हजारों की संख्या में लोग पहुंचते थे, लेकिन इस बार कोरोना प्रोटोकाल के तहत एक स्थान पर 150 से 200 लोगों एकत्र होने की अनुमति दी गई है. यही वजह है कि इस बार रावण दहन प्रतीकात्मक रूप से किया जाएगा.
रेलवे यूथ रामलीला कमेटी के मुख्य संयोजक निक्कू सरदार ने बताया कि दशहरे पर्व पर भी कोरोना का ग्रहण लग गया है. यही वजह है कि इस बार सिटी में विभिन्न जगहों पर बनने वाला रावण का पुतला मात्र गिने-चुने स्थानों पर ही बनाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि हर बार सहारनपुर में चलने और बोलने वाला रावण, मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतले बनाए जाते थे. ये पुतले लोगों के आकर्षण का केंद्र बने रहते थे.
इस बार रेलवे क्लब की ओर से रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले का दहन नहीं किया जाएगा. कोरोना के चलते सरकार ने इस बार 150 से 200 लोगों के एकत्र होने की परमिशन है. यही वजह है कि इस बार भव्य रूप से होने वाला रावण दहन प्रतीकात्मक रूप से किया जाएगा.