सहारनपुर: जिले के पेपर मिल रोड स्थित शेखपुरा कदीम गांव में घरों के सामने ही गंदगी का ढेर लगा है. गांव में कोरोना महामारी के बाद भी सफाई नहीं दिखाई दे रही. स्कूल, बारात घर और गांव के बीचों-बीच गंदगी का अंबार लगा है. गांव में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई है. वहीं ग्राम प्रधान सफाई व्यवस्था को लेकर बिल्कुल भी गम्भीर नहीं हैं.
सहारनपुर में लगातार कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या रोजाना बढ़ती जा रही है. इसको देखते हुए लोगों से अपील की जा रही है कि सफाई को ज्यादा महत्व देते हुए गंदगी को फैलने न दें. इसके लिए सफाई अभियान के तहत सफाईकर्मियों को गांव-गांव में लगाया गया है और सफाई व्यवस्था पर प्रशासन पूरा गंभीर नजर आ रहा है. एक हफ्ते पहले ADM प्रशासन ने सफाई व्यवस्था को लेकर कुछ गांवों का निरीक्षण भी किया था.
सफाईकर्मी हो चुके हैं सस्पेंड
गंगोह क्षेत्र की एक कॉलोनी में गंदगी को देखकर दो सफाईकर्मियों को सस्पेंड किया गया था, लेकिन सहारनपुर का पेपर मिल रोड स्थित शेखपुरा कदीम गांव कूड़े का ढेर बना हुआ है. गांव में भारी आबादी होने के कारण गांव के बीचों-बीच पड़ने वाला तालाब, स्कूल व बारात घर के पास ही कूड़े का अंबार लगा हुआ है. वहीं ग्राम प्रधान भी साफ-सफाई को लेकर जरा भी गंभीर नहीं हैं. सफाई व्यवस्था रखने की गांव-गांव में बात की जा रही है, लेकिन शेखपुरा कदीम गांव में साफ सफाई कहीं भी नजर नहीं आ रही है.
घरों के आगे कूड़े का अंबार
लोगों के घरों के बाहर ही कूड़े का अंबार लगा हुआ है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में सफाई कहीं भी नजर नहीं आ रही, घरों के बाहर ही कूड़े का अंबार लगा हुआ है. आलम यह है कि अगर कोई मेहमान आ जाए तो उसको घर में बैठाना भी दुश्वार हो जाता है. कूड़े की गंध इस कदर फैली है कि कोई मेहमान आने तक को तैयार नहीं है. बारिश का मौसम है, जिससे कूड़ा पानी के साथ घरों में घुस जाता है और पूरे घर में गंदगी ही गंदगी फैल जाती है.
नहीं पहुंच रहे सफाईकर्मी
साफ-सफाई को लेकर न तो ग्राम प्रधान गंभीर है और न ही सफाईकर्मी गांव में पहुंचकर सफाई कर रहे हैं. गंदगी से ग्रामीणों का जीना दुश्वार हो गया है. एक तरफ कोरोना महामारी चल रही है, जिसको लेकर गांव-गांव को साफ रखने की बात कही जा रही है. वहीं दूसरी तरफ घरों के बाहर ही कूड़े का ढेर लगा है और कूड़े की दुर्गंध घरों में बैठे लोगों को भी बैठने नहीं देती.