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जुबान के पक्के नहीं PM मोदी, 56 इंच सीने में है छोटा दिलः प्रियंका गांधी - सहारनपुर में किसान महापंचायत

सहारनपुर में किसान महापंचायत में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा. प्रियंका ने कहा कि पीएम मोदी का छोटा सा दिल अरबपतियों के लिए धड़कता है, किसानों के लिए नहीं. उन्होंने कहा कि किसान अपने हक की लड़ाई जारी रखें. कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ है.

प्रियंका गांधी किसान महापंचायत.
प्रियंका गांधी किसान महापंचायत.
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Published : Feb 10, 2021, 8:32 PM IST

सहारनपुर: एक ओर जहां कृषि कानूनों को लेकर 76 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन चल रहा है. वहीं कांग्रेस ने इस आंदोलन को राजनीति मोड़ दे दिया है. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान महापंचायत शुरू कर दी हैं. बुधवार को प्रियंका गांधी ने सहारनपुर के सुलतानपुर में किसान महापंचायत को संबोधित किया. किसानों को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव ने जहां बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. वहीं कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन पर डटे रहने की सलाह दी है. प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का 56 इंच के सीने में जो छोटा सा दिल है, वह अरबपतियों के लिए धड़कता है, किसानों के लिए नहीं. किसान अपने हक के लिए आंदोलन कर रहे हैं और जब तक यह काले कानून वापस नहीं हो जाते, तब तक आपको आंदोलन करते रहना है. इसके लिए कांग्रेस पार्टी आपके साथ हैं.

महापंचायत को संबोधित करती प्रियंका गांधी.

किसान महापंचायत को किया संबोधित

आपको बता दें कि बुधवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सहारनपुर दौरे पर आई थीं. यहां उन्होंने सबसे पहले सिद्ध पीठ मां शाकंभरी देवी मंदिर में पूजा पाठ की. इसके बाद रायपुर खानकाह में शाह अब्दुर रहीम की दरगाह पर मत्था टेका. यहीं से प्रियंका गांधी चिलकाना इलाके के सुलतानपुर में आयोजित किसान महापंचायत में पहुंची. किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी जुबान के पक्के नहीं है. देश को आत्मनिर्भर बनाने में किसानों का सबसे बड़ा योगदान रहा है. बावजूद इसके पीएम मोदी का 56 इंच वाला सीना किसानों के लिए नहीं बल्कि अरबपतियों के लिए धड़कता है.

किसान महापंचायत को संबोधित करने के लिए मंच प्रियंका गांधी.
किसान महापंचायत को संबोधित करने के लिए मंच प्रियंका गांधी.

पूंजीपति घरानों के लिए बनाए कृषि कानून

बीजेपी सरकार ने जो कृषि कानून बनाए हैं ये सब राक्षस रूपी कानून हैं. जो किसान को मारना चाहते हैं. पहला कानून भाजपा नेताओं के अरबपति मित्रों के लिए बनाया गया है. यह कानून जमाखोरी के दरवाजे खोलेगा. जबकि 1955 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने कानून बनाकर जमाखोरी बंद करवाई थी. बीजेपी सरकार में उसी कानून को बदला गया है.

मंडियों को बंद करने की साजिश

दूसरा कानून एक ऐसा कानून है जो सरकारी मंडियों को बंद कर डालेगा. क्योंकि उस कानून के तहत जितने भी बड़े बड़े खरबपति हैं, वो अपनी प्राइवेट मंडियां खोलेंगे. जबकि सरकारी मंडी में टैक्स लगेगा, लेकिन प्राइवेट मंडियों में किसान को कोई टैक्स नहीं लगेगा. इससे साफ होता है कि टैक्स से बचने के लिए सभी किसान सबसे पहले प्राइवेट मंडियों में जाएंगे. इससे जमाखोर किसान की फसल की जमाखोरी करने लगेंगे और जब मन चाहेगा तब किसान से उसकी फसल को मनमाने दाम खरीदा जाएगा.

जमाखोरी को बढ़ावा देने का आरोप

प्रियंका गांधी ने कहा कि तीसरा कानून एक तरह से कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग का कानून है. इससे किसानों के साथ ठेके पर एक योजना बनाई जाएगी. इस योजना में कोई भी पूंजीपति किसान को अपनी मर्जी से फसल उगाने को कहेगा और मनमानी कीमत से खरीद लेगा. इस कानून के तहत पूंजीपति किसान की फसल तैयार होने के बाद तय मूल्य पर आपकी फसल खरीदेगा या नहीं. यह सब उसी पर निर्भर करता है. कुल मिलाकर तीनो कानून इस तरह से बनाये गए है कि सरकारी मंडियां बंद होंगी और न ही आपको न्यूतम समर्थन मूल्य मिल पाएगा.

56 इंच के सीने में है छोटा दिल

प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर तंज करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जुबान के पक्के नहीं हैं. यही वजह है कि आज किसानों का भुगतान करने की बजाए 16,000 करोड़ से दुनिया भर में घूमने के लिए 2 जहाज खरीदे गए. वहीं संसद भवन का सौन्दर्यकरण करने के लिए 20,000 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं. प्रियंका गांधी ने कहा कि न तो पीएम मोदी जुबान पर खरे उतरे है और ना ही 56 इंच सीने से कोई बड़ा काम किया है.

पीएम मोदी ने उड़ाया किसानों का मजाक

प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने खुद संसद में किसानों का अपमान किया है. पीएम मोदी किसानों को आंदोलन जीवी कहकर हंसे हैं. इससे किसानों का मजाक उड़ाया गया है. मैं उनसे पूछती हूं कि किसान आंदोलन जीवी का क्या मतलब है. किसानों को आतंकवादी कहने वाला कभी देश भक्त नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि 76 दिन से किसान आंदोलन चल रहा है. पीएम मोदी अमेरिका और पाकिस्तान होकर आ गए, लेकिन दिल्ली में किसानों के बीच नहीं पहुंच पाए.

सहारनपुर: एक ओर जहां कृषि कानूनों को लेकर 76 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन चल रहा है. वहीं कांग्रेस ने इस आंदोलन को राजनीति मोड़ दे दिया है. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान महापंचायत शुरू कर दी हैं. बुधवार को प्रियंका गांधी ने सहारनपुर के सुलतानपुर में किसान महापंचायत को संबोधित किया. किसानों को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव ने जहां बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. वहीं कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन पर डटे रहने की सलाह दी है. प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का 56 इंच के सीने में जो छोटा सा दिल है, वह अरबपतियों के लिए धड़कता है, किसानों के लिए नहीं. किसान अपने हक के लिए आंदोलन कर रहे हैं और जब तक यह काले कानून वापस नहीं हो जाते, तब तक आपको आंदोलन करते रहना है. इसके लिए कांग्रेस पार्टी आपके साथ हैं.

महापंचायत को संबोधित करती प्रियंका गांधी.

किसान महापंचायत को किया संबोधित

आपको बता दें कि बुधवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सहारनपुर दौरे पर आई थीं. यहां उन्होंने सबसे पहले सिद्ध पीठ मां शाकंभरी देवी मंदिर में पूजा पाठ की. इसके बाद रायपुर खानकाह में शाह अब्दुर रहीम की दरगाह पर मत्था टेका. यहीं से प्रियंका गांधी चिलकाना इलाके के सुलतानपुर में आयोजित किसान महापंचायत में पहुंची. किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी जुबान के पक्के नहीं है. देश को आत्मनिर्भर बनाने में किसानों का सबसे बड़ा योगदान रहा है. बावजूद इसके पीएम मोदी का 56 इंच वाला सीना किसानों के लिए नहीं बल्कि अरबपतियों के लिए धड़कता है.

किसान महापंचायत को संबोधित करने के लिए मंच प्रियंका गांधी.
किसान महापंचायत को संबोधित करने के लिए मंच प्रियंका गांधी.

पूंजीपति घरानों के लिए बनाए कृषि कानून

बीजेपी सरकार ने जो कृषि कानून बनाए हैं ये सब राक्षस रूपी कानून हैं. जो किसान को मारना चाहते हैं. पहला कानून भाजपा नेताओं के अरबपति मित्रों के लिए बनाया गया है. यह कानून जमाखोरी के दरवाजे खोलेगा. जबकि 1955 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने कानून बनाकर जमाखोरी बंद करवाई थी. बीजेपी सरकार में उसी कानून को बदला गया है.

मंडियों को बंद करने की साजिश

दूसरा कानून एक ऐसा कानून है जो सरकारी मंडियों को बंद कर डालेगा. क्योंकि उस कानून के तहत जितने भी बड़े बड़े खरबपति हैं, वो अपनी प्राइवेट मंडियां खोलेंगे. जबकि सरकारी मंडी में टैक्स लगेगा, लेकिन प्राइवेट मंडियों में किसान को कोई टैक्स नहीं लगेगा. इससे साफ होता है कि टैक्स से बचने के लिए सभी किसान सबसे पहले प्राइवेट मंडियों में जाएंगे. इससे जमाखोर किसान की फसल की जमाखोरी करने लगेंगे और जब मन चाहेगा तब किसान से उसकी फसल को मनमाने दाम खरीदा जाएगा.

जमाखोरी को बढ़ावा देने का आरोप

प्रियंका गांधी ने कहा कि तीसरा कानून एक तरह से कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग का कानून है. इससे किसानों के साथ ठेके पर एक योजना बनाई जाएगी. इस योजना में कोई भी पूंजीपति किसान को अपनी मर्जी से फसल उगाने को कहेगा और मनमानी कीमत से खरीद लेगा. इस कानून के तहत पूंजीपति किसान की फसल तैयार होने के बाद तय मूल्य पर आपकी फसल खरीदेगा या नहीं. यह सब उसी पर निर्भर करता है. कुल मिलाकर तीनो कानून इस तरह से बनाये गए है कि सरकारी मंडियां बंद होंगी और न ही आपको न्यूतम समर्थन मूल्य मिल पाएगा.

56 इंच के सीने में है छोटा दिल

प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर तंज करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जुबान के पक्के नहीं हैं. यही वजह है कि आज किसानों का भुगतान करने की बजाए 16,000 करोड़ से दुनिया भर में घूमने के लिए 2 जहाज खरीदे गए. वहीं संसद भवन का सौन्दर्यकरण करने के लिए 20,000 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं. प्रियंका गांधी ने कहा कि न तो पीएम मोदी जुबान पर खरे उतरे है और ना ही 56 इंच सीने से कोई बड़ा काम किया है.

पीएम मोदी ने उड़ाया किसानों का मजाक

प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने खुद संसद में किसानों का अपमान किया है. पीएम मोदी किसानों को आंदोलन जीवी कहकर हंसे हैं. इससे किसानों का मजाक उड़ाया गया है. मैं उनसे पूछती हूं कि किसान आंदोलन जीवी का क्या मतलब है. किसानों को आतंकवादी कहने वाला कभी देश भक्त नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि 76 दिन से किसान आंदोलन चल रहा है. पीएम मोदी अमेरिका और पाकिस्तान होकर आ गए, लेकिन दिल्ली में किसानों के बीच नहीं पहुंच पाए.

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